Jalaun News: बीएसए ने स्कूल में बच्चों को धूप में खड़ा कर लगाई फटकार, बिगड़ी बच्चों की तबीयत, मचा हड़कंप

Jalaun News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कलेक्ट्रेट पहुँचकर नारेबाजी की। साथ ही बीएसए के खिलाफ ज्ञापन डीएम को सौंपा।

Update:2023-07-22 15:41 IST
बीएसए ने स्कूल में बच्चों को धूप में खड़ा कर लगाई फटकार, बिगड़ी बच्चों की तबीयत: Photo- Newstrack

Jalaun News: जालौन में बीएसए की डांट से एक प्राइवेट स्कूल के बच्चे इतने सहम गए कि उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बच्चों को धूप में खड़ा कर डांटते हुए बीएसए के वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। जो कि खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। इस मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कलेक्ट्रेट पहुँचकर नारेबाजी की। साथ ही उन्होंने बीएसए के खिलाफ एक ज्ञापन डीएम को सौंपा है। वहीं इस मामले को जालौन के बीएसए ने सिरे से खारिज करते हुए विद्यालय पर ही आरोप मढ़ दिए हैं।

छोटे-छोटे बच्चों को धूप में खड़ा कर डांटा

बतादें कि पूरा मामला जालौन के जिला मुख्यालय उरई का है। जहां शुक्रवार को राजेन्द्र नगर इलाके में संचालित एक प्राइवेट विद्यालय की जांच करने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्रप्रकाश अपनी टीम के साथ पहुंचे थे। जिसके बाद बीएसए की जांच के दौरान के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। वायरल वीडियो में बीएसए ने छोटे-छोटे बच्चों को धूप में खड़ा कराया और उन्हें डांटा फटकारा भी, जिससे बच्चों की हालत बिगड़ गई। जहां कुछ बच्चों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मामले को लेकर विद्यालय के अध्यापकों ने बताया कि विद्यालय की मान्यता होने के बावजूद भी बीएसए ने विद्यालय को फर्जी घोषित करते हुए बच्चों को डांटकर बाहर धूप में खड़ा कर दिया और उन्हें दूसरे विद्यालय में पढ़ने की नसीहत दे डाली। इस मामले को लेकर शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां बीएसए के खिलाफ एक शिकायती पत्र उन्होंने डीएम को सौंपा है।

विद्यालय प्रबंधन की मनगढंत कहानी- बीएसए चंद्रप्रकाश

वहीं इस मामले को लेकर बीएसए चंद्रप्रकाश का कहना है कि वह विद्यालय की जांच करने पहुंचे थे। जहां उन्हें जरूरी कागजात नहीं दिखाए गए। वहीं बच्चों को धूप में खड़ा करने व डांटने के मामले को लेकर बीएसए का कहना है कि विद्यालय प्रबंधन अपने बचाव के लिए मनगढंत कहानी गढ़ रहा है। उन्होंने बच्चों से दूसरे स्कूल में एडमीशन लेने के लिए कहा था।

Tags:    

Similar News