झांसी: मंडलायुक्त का आदेश, पेयजल आपूर्ति के लिए जल संस्थान बनाएं कार्य योजना
मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने कमिश्नरी सभागार में झाँसी डिवीजन जल संस्थान की 78वीं बैठक करते हुये जल संस्थान द्वारा वित्तीय वर्ष जलमूल्य एवं जलकर वसूली की समीक्षा में पाया गया कि दिसम्बर 2020 तक केवल रु 476.603 लाख की वसूली हुई है, जो कि वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष बहुत ही खराब स्थिति होने पर देनदारी की बढ़ोत्तरी हुई है।
झाँसी: मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने कमिश्नरी सभागार में झाँसी डिवीजन जल संस्थान की 78वीं बैठक करते हुये जल संस्थान द्वारा वित्तीय वर्ष जलमूल्य एवं जलकर वसूली की समीक्षा में पाया गया कि दिसम्बर 2020 तक केवल रु 476.603 लाख की वसूली हुई है, जो कि वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष बहुत ही खराब स्थिति होने पर देनदारी की बढ़ोत्तरी हुई है।
जलमूल्य एवं जलकर की वसूली
उन्होने कहा कि बार-बार निर्देश दिये जाने के वावजूद भी जलमूल्य एवं जलकर की वसूली तीनों जनपदों झाँसी, ललितपुर, जालौन के अधिशासी अभियंताओं द्वारा बेहद लापरवाही बरती जा रही है, इस असंतोषजनक स्थिति के लिये तीनों जनपदों के अधिशासी अभियंताओं को कठोर चेतावनी निर्गत की जाती है। उन्होने महाप्रबन्धक जलसंस्थान को भी निर्देश दिये कि उनके स्तर पर नियमित समीक्षा नहीं किये जाने पर असंतोषजनक स्थिति उत्पन्न हुई है वह एक सप्ताह के अन्दर विशेष अभियान प्रारम्भ कराते हुये लक्ष्य के अनुसार वसूली कराना सुनिश्चित करें।
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दो दिन में नोटिस पत्र जारी करने के निर्देश
मण्डलायुक्त ने समीक्षा के दौरान गैर घरेलू एवं कॉमशियल कनैक्शन के अन्तर्गत होटल, मैरिजहोम, लॉज, रिसोर्ट, गैस्ट हाउस, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, स्टोरेज गोदाम, बैंक आफ बड़ौदा, अस्पतालों इत्यादि पर अत्याधिक जलमूल्य एवं जलकर बकाया है, ऐसे झाँसी शहर के ही 360 संस्थानों पर 18 करोड़ 50 लाख की जलमूल्य एवं जलकर वसूली के लिये दो दिन में नोटिस पत्र जारी करने के लिये तीनों अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त सरकारी कार्यालयों पर बकाया जलकर वसूली के लिये भी दो दिन में नोटिस भिजवाना सुनिश्चित करें, ताकि इसी वित्तीय वर्ष में भुगतान कराया जा सकें।
उन्होने यह भी निर्देश दिये कि यदि इस माह वसूली की स्थिति में सुधार नहीं आने पर आरसी जारी करायें अन्यथा अगले माह वेतन के लिये शासन से मांगे जाने वाली ग्रांट मण्डलायुक्त द्वारा प्रेषित नही की जायेगी, इसके लिये सम्बन्धित वरिष्ठ अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे। इस सम्बन्ध में शिथिल पर्यवेक्षण पर महाप्रबन्धक जलसंस्थान से भी असंतोष व्यक्त करते हुये एक सप्ताह के अन्दर प्रगति समीक्षा से अवगत कराने के निर्देश दिये।
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जलसंस्थान ठोस कार्य योजना तैयार करना सुनिश्चित करें
मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिन क्षेत्रों में पेयजलापूर्ति की समस्या रहती है उस क्षेत्र के लिये अभी से पेयजल आपूर्ति के लिये जलसंस्थान ठोस कार्य योजना तैयार करना सुनिश्चित करें, जिससे पेयजलापूर्ति में टैंकरों आदि की पहले से व्यवस्था सुनिश्चित हो सकें। उन्होने मण्डल के तीनों जनपदों झाँसी, ललितपुर, जालौन के जलसंस्थान के अधिशासी अभियंताओं से विस्तार से जानकारी लेने पर किसी भी अधिकारी द्वारा संतोषजनक उत्तर नही देने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये अविलम्ब सुधार लाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि गर्मी में पेयजल की समस्या के दृष्टिगत टूटे पाइपलाइनों को अभी से दुरुस्त करा लें, जिससे लाइन लॉस कम होने आपूर्ति में सुधार के साथ ही आकस्मिक व्यवस्था/प्लान के लिये अतिरिक्त टैक्ट्रर/टैंकरों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये।
बैठक में प्रभारी वित्त प्रबन्धक जलसंस्थान महेश चन्द्र पाण्डेय, महाप्रबन्धक जलसंस्थान श्रीमती मंजूरानी गुप्ता, सचिव जलसंस्थान अनिल कुमार, अधिशासी अभियंता झाँसी कुलदीप सिंह, अधिशासी अभियंता ललितपुर संजय कुमार निरंजन तथा जालौन प्रवीण कुमार सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- बी के कुश्वाहा