Jhansi News: ग्वालियर-भिण्ड-इटावा रेल लाइन पर गाड़ियों की मांग, चम्बल की जनता ने लगाया भेदभाव का आरोप
Jhansi News: ग्वालियर, भिण्ड से इटावा रेल लाइन जुड़े तकरीबन 06 साल से ऊपर हो गए हैं परन्तु सरकार का करोड़ों रुपये खर्चा होने के बावजूद भी उक्त लाइन पर मात्र चार गाड़ियां चल रहीं हैं।
Jhansi News: भिण्ड से इटावा रेल लाइन जुड़े तकरीबन 06 साल से ऊपर हो गए हैं परन्तु सरकार का करोड़ों रुपये खर्चा होने के बावजूद भी उक्त लाइन पर मात्र चार गाड़ियां चल रहीं हैं। इस मार्ग से नई गाड़ियां चलाने और गाड़ियों का मार्ग परिवर्तन का प्रपोजल रेलवे बोर्ड, नई दिल्ली 06 साल पहले ही भेजा गया है परन्तु आज तक वह अधर में लटका हुआ है।
इस तरह हो रही हैं पैसा की बर्बादी
सुषासन एक्स्प्रेस गाड़ी क्र. 22199/22200 ग्वालियर से निजामुद्दीन व लखनऊ होते हुए बलरामपुर तक पहॅुंचने में कुल दूरी 957 कि.मी की दूरी तय करने में 15 घण्टे लगते हैं। उक्त गाड़ी को उसके पूर्व निर्धारित मार्ग भिण्ड-इटावा-कानपुर होते हुए चलाया जाए तो 465 कि.मी का फेर बचने के साथ साथ ग्वालियर से बलरामपुर की 492 कि.मी की दूरी तय करने में मात्र 06 से 07 घण्टे लगेंगे जिससे यात्रियों के पैसा व समय के साथ-साथ सरकार का राजस्व भी बचेगा साथ ही कई वर्षों से धूल खा रही करोड़ों रूपये खर्च करके तैयार की गई भिण्ड-इटावा रेल लाइन भी देश के बड़े-बड़े रेलवे स्टेशन जैसे कानपुर, लखनऊ इत्यादि से सीधा सम्पर्क हो जाएगा।
ओखा-गोरखपुर एक्सप्रेस ( गाड़ी क्र. 15045/46) व सूरत-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस गाड़ी क्र. 19053/54 जो कि गुना-बीना-झॉसी-ग्वालियर-आगरा होते हुए लगभग 262 किमी का फेर खाते हुए इटावा पहॅुंचतीं हैं। उक्त दोनों गाड़ियों को सीधा गुना-शिवपुरी-ग्वालियर-भिण्ड होते हुए इटावा डायवर्ट किया जाए तो 262 कि.मी का फेर बचेगा साथ ही भिण्ड के जनमानस को सीधे सुरत, ओखा, अहमदाबाद, कानपुर, लखनऊ, अयोध्या गोरखपुर इत्यादि के लिए गाड़ी मिलेगी। ग्वालियर-बरौनी मेल गाड़ी क्र. 11123/24 तथा साबरमती एक्स्प्रेस गाड़ी क्र.19165/ 66/67/68 को भिण्ड-इटावा के रास्ते मार्ग परिवर्तन करने के सम्बंध में 06 वर्ष पहले उत्तर मध्य रेलवे द्वारा प्रपोजल रेलवे बोर्ड भेजा चुका है परन्तु इस पर अभी तक कोई विचार नहीं किया गया है।
दोनों गाड़ियों के जल्द से जल्द मार्ग परिवर्तित किए जाऐं। भिण्ड से भोपाल व दिल्ली के लिए काफी समय से गाड़ियों की मॉग की जा रही है परन्तु प्रशासन ने इसपर कोई अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। अगर भोपाल से वाया बीना, ग्वालियर, भिण्ड, इटावा, टुण्डला, अलीगढ़, गाजियाबाद होते हुए दिल्ली के लिए ओवरनाइट जर्नी गाड़ी संचालित की जाए तो एक ही गाड़ी से दोनों मॉंगे पूरी हो सकतीं हैं।
गुवाहाटी असम के लिए चलाए जाएं ट्रेन
इन्दौर से गुना-शिवपुरी-ग्वालियर-इटावा होते हुए गुवाहाटी तरफ कोई गाड़ी चलाई जाए जिससे गुना, शिवपुरी, ग्वालियर व भिण्ड की जनता को कानपुर, इलाहबाद, पटना होते हुए गुवाहाटी असम तरफ यात्रा करने में आसानी होगी। जैसा कि विदित है भिण्ड जिले से भारतीय सेना में सबसे ज्यादा सैनिक सेवा प्रदान कर रहे हैं जिनको असम, मेघालय व अरूणाचल प्रदेश आने- जाने हेतु कानपुर या इटावा से गाड़ियॉ पकड़नी पड़तीं हैं। मुम्बई से वेस्टर्न लाइन होते हुए रतलाम, शिवपुरी ग्वालियर इटावा होते हुए लखनऊ, गोरखपुर, पटना व गोवाहाटी के लिए ट्रेनें शुरू होनी चाहिए। झॉसी से इटावा लिंक एक्स्प्रेस गाड़ी क्र. 11903/04 तथा कोटा-इटावा एक्स्प्रेस गाड़ी क्र. 19811/12 का स्टॉपेज फूफ व उदी होना चाहिए। उक्त ट्रेनों को भिण्ड से इटावा महज 37 कि.मी का सफर तय करने में लगभग 01 घण्टा 50 मिनट लगते हैं इसके बावजूद भी फूफ व उदी उक्त गाड़ी का स्टॉपेज नहीं दिया गया है। इसके अलावा उक्त ट्रेन इटावा पहुंचने के बाद ट्रेन घण्टों इटावा ही खड़ी रहती है। उक्त ट्रेनों को कानपुर तक संचालित किया जाना चाहिए।
पूर्व पीएम अटल बिहारी बाजपेयी के सपनों की रेलवे लाइन से चलाए जाए ट्रेन
रतलाम-भिण्ड इन्टरसिटी एक्स्प्रेस जिसका संचालन सप्ताह में तीन बार है। उक्त गाड़ी का संचालन नियमित होना चाहिए। उक्त ट्रेन को अयोध्या तक बड़ा दिया जाना चाहिए। पूर्व प्रधान मंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी के सपनों की रेलवे लाइन उदी, बटेश्वर होते हुए ग्वालियर से भिण्ड, उदी, बटेष्वर, आगरा के लिए सर्कुलर ट्रेन चलाई जाए। सुबह 11.00 बजे से शाम 17.40 बजे तक भिण्ड से कोई ट्रेन ग्वालियर के लिए नहीं है। इस समय अन्तराल में कम से कम दो ट्रेनें चालू की जाऐं।
ग्वालियर-भिण्ड पैसेन्जर गाड़ी क्र. 01889/01890 ग्वालियर से 14.30 बजे चलकर भिण्ड समय 16.40 बजे पहॅुंचती है जहॉं 02 घण्टा 20 मिनट खड़ी रहने के उपरांत समय 19.00 बजे वापस ग्वालियर के लिए रवाना होती है। अतः उक्त ट्रेन को इटावा तक संचालित किया जाना चाहिए। साप्ताहिक ट्रेन उधना-बनारस ट्रेन नम्वर 20961/62 को प्रतिदिन संचालित किया जाना चाहिए। भिण्ड रेलवे स्टेशन पर मालगोदाम तैयार किया जाना चाहिए।