झांसी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आरक्षण सूची जारी, 7289 माननीयों का होगा चुनाव
जहां पूर्व में संबंधित जाति का आरक्षण नहीं था। मालूम हो कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 496 ग्राम प्रधानों, 6170 ग्राम पंचायत सदस्य,599 क्षेत्र पंचायत सदस्य व 24 जिला पंचायत सदस्यों के पदों के लिए आरक्षण तय किया गया है।
झांसी: त्रिस्तरीय जिला पंचायत की बहुप्रतीक्षित ग्राम प्रधानों की आरक्षण सूची जारी हो गयी है। इसमें 8 मार्च तक आपत्तियां दर्ज करायी जा सकेंगी,इसके बाद अंतिम आरक्षण की सूची 14 मार्च को प्रकाशित कर दी जाएगी। हालांकि पंचायत चुनाव में चक्रानुक्रम के मुताबिक आरक्षण तय किया गया है। सबसे पहले अनुसूचित जनजाति महिला,अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति महिला, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग महिला, पिछड़ा वर्ग एवं महिला वर्गों की जनसंख्या के अवरोही क्रम को सर्वप्रथम उन स्थानों को आरक्षित किया गया है।
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जहां पूर्व में संबंधित जाति का आरक्षण नहीं था
जहां पूर्व में संबंधित जाति का आरक्षण नहीं था। मालूम हो कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 496 ग्राम प्रधानों, 6170 ग्राम पंचायत सदस्य,599 क्षेत्र पंचायत सदस्य व 24 जिला पंचायत सदस्यों के पदों के लिए आरक्षण तय किया गया है। इस तरह झांसी जनपद की ग्रामीण जनता 7289 जनप्रतिनिधियों को चुनेगी।
सबसे पहले यदि बात करें ब्लॉक प्रमुखों की तो बबीना ब्लॉक में यह सीट सामान्य की गयी है। बड़ागांव में पिछड़ा वर्ग, बंगरा में अनुसूचित जाति महिला, बामौर में अनुसूचित जाति, मोंठ में अनुसूचित जाति, मऊरानीपुर में सामान्य महिला, चिरगांव में सामान्य और गुरसरांय में पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित की गयी है।
झाँसी जनपद में कुल 496 ग्राम पंचायतें हैं
उल्लेखनीय है झाँसी जनपद में कुल 496 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें ग्राम प्रधान की 165 सीटें सामान्य, अनुसूचित जनजाति महिला के लिए एक, अनुसूचित जनजाति के लिये एक, अनुसूचित जाति महिला के लिये 43, अनुसूचित जाति के लिये 77, पिछड़ा वर्ग महिला के लिए 47,पिछड़ा वर्ग के लिए 86और महिला के लिये 76 सीटें आरक्षित की गयीं हैं।
अब बात करें जिला पंचायत सदस्यों की सीटों के आरक्षण के बारे में तो पूंछ में सामान्य महिला, साकिन में सामान्य, भरोसा में सामान्य महिला, सेमरी में पिछड़ा वर्ग, पहाड़ी में पिछड़ा वर्ग महिला, बघैरा में अनुसूचित जाति, भोजला में अनुसूचित जाति, फुटेरा पिछड़ा वर्ग, रक्सा में पिछड़ा वर्ग सामान्य, बबीना में ग्रामीण सामान्य, सरकार में अनुसूचित जाति, बंगरा धवा में अनुसूचित जाति, देवरी सिंहपुरा में सामान्य महिला,भदरवारा में पिछड़ा वर्ग, स्यावरी में अनुसूचित जाति महिला, सिमरधा में महिला सामान्य, मारकुंवा में अनारक्षित, भसनेह में अनारक्षित, ककरबई में अनुसूचित जाति, कुरैठा मे पिछड़ा वर्ग और बिलाटीकरके में अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित की गयी है।
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7289 जनप्रतिनिधियों के चुनाव की प्रक्रिया जटिल है
मालूम हो कि 7289 जनप्रतिनिधियों के चुनाव की प्रक्रिया जटिल है। इन चुनावों में जब इतनी बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधियों का चयन किया जाना है तो जाहिर सी बात है उम्मीदवार भी बहुत बड़ी संख्या में होंगे। ऐसे में प्रत्याशियों का चयन भी पार्टियों के लिए कम सिरदर्द नहीं होगा। इसकी वजह है कि पंचायत चुनाव पूरी तरह से स्थानीय स्तर के होते हैं, इनमें वही प्रत्याशी जीत हासिल कर सकता है जिसने अपने गांव,मजरे या क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई हो। फिलहाल अभी तो आरक्षण पर आपत्तियां मांगी गयीं हैं, अंतिम सूची जारी होने के बाद ही टिकिट पक्का होते ही प्रत्याशियों की भागमभाग शुरू हो जाएगी।
रिपोर्ट- बी.के.कुशवाहा
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