सोशल मीडिया बना दुश्मन: कपल्स के बीच ला रहा दरार, महिला पुलिस करा रहीं सुलह

ऐसे कई रिश्ते हैं, जो तलाक की चौखट तक पहुंच चुके थे, परामर्श केंद्र ने काउंसलिंग कर बचा लिए। इसमें सौ फीसदी सफल तो नहीं होते, लेकिन फिर भी आंकड़ा संतोषनजक है।

Update: 2020-12-06 16:33 GMT
झांसी सोशल मीडिया पति-पत्नी के रिश्ते में दरार पैदा कर रहा है, महिला पुलिस परामर्श दे रही है

झाँसी पति-पत्नी के रिश्तों में दरार आने की एक वजह सोशल मीडिया भी है। इस साल में ऐसे कई मामले महिला पुलिस के पास पहुंचे हैं, जिनमें सोशल मीडिया के कारण दांपत्य जीवन में कड़वाहट फैल गई। रिश्ते टूटने की कगार पर पहुंच गए, लेकिन पुलिस ने सूझबूझ से इन मामलों को सुलझाया और पति-पत्नी के बंधन को और मजबूत धागे से बांधा। हालांकि इसके बाद भी इन केसों में कोई कमी नहीं आई है और हर महीन पांच से दस मामले पुलिस अफसरों के सामने आ रहे हैं।

 

पति-पत्नी के बीच विवाद

 

भले ही सोशल मीडिया से जुड़े रहना आज के दौर की जरुरत हो गई है, लेकिन पति-पत्नी के बीच विवाद की मुख्य वजहों में भी ये शामिल हो चुका है। पुलिस के पास आने वाले ज्यादातर मामलों में पति-पत्नी के बीच विवाद की वजह दहेज प्रताड़ना या सास- ससुर से पटरी न बैठना के बजाय सोशल मीडिया ही बन रहा है।

इन नाजुक रिश्तों को टूटने से बचाने में महिला थाने का परामर्श केंद्र अहम भूमिका निभा रहा है। ऐसे कई रिश्ते हैं, जो तलाक की चौखट तक पहुंच चुके थे, परामर्श केंद्र ने काउंसलिंग कर बचा लिए। इसमें सौ फीसदी सफल तो नहीं होते, लेकिन फिर भी आंकड़ा संतोषनजक है।

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सोशल मीडिया के 20 से भी ज्यादा मामले

महिला थाने में दहेज प्रताड़ना, सास-ससुर की प्रताड़ना, पति द्वारा परेशान करना जैसे अन्य कई शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना के मामले आते हैं। अब हर महीने 20 के आसपास केस सोशल मीडिया से जुड़े आ रहे हैं। महिलाओं की शिकायत हैं कि पति दिनभर मोबाइल के जरिए सोशल मीडिया पर व्यस्त रहते हैं और परिवार को समय नहीं देते। पति भी कुछ ऐसी ही शिकायत करते हैं। उनका कहना है कि पत्नी परिवार, बच्चों को छोड़ दिनभर चेटिंग में व्यस्त रहती है।

तीन शिफ्ट में चल रही काउंसलिंग

पति-पत्नी में छोटी से विवाद पर घर टूट जाता है, जिसका सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है। ऐसे मामले लगातार न बढ़ें और टूटे रिश्तों को दोबारा जोड़ने की कोशिश की जाए, इसलिए महिला थाने में ही महिला परामर्श केंद्र बनाया गया है, जहां पति-पत्नी की काउंसलिंग कर समझाइश दी जाती है।

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शिकायतें भी ऐसी

रेलवे कालोनी में रहने वाले दपंति का विवाद का कारण चेटिंग बना। पत्नी के देर रात चेटिंग करने से पति को शक हुआ कि उसकी किसी से नजदीकी बढ़ रही है। पति ने चेटिंग में कुछ मैसेज देखे तो यह शक पुख्ता हुआ। पत्नी का कहना था कि ये सिर्फ सोशल मीडिया की दोस्ती है, मामला थाने पहुंचा। यहां काउंसलिंग कर दोनों की गलतफहमियां दूर कीं और फिर से वे साथ रहने को राजी हो गए। शक, विवाद में बदला और महिला मायके रहने चली गई।

विवाहिता की युवक से दोस्ती

 

सोशल मीडिया पर बातों-बातों में विवाहिता की युवक से दोस्ती हो गई। दोस्ती में परवान चढ़ी और प्यार में बदल गई। पति को पता चला तो विवाद हुए और अलग होने की नौबत आ गई। पुलिस ने काउंसलिंग कर महिला को समझाया। युवक को भी फटकार लगाई। पति-पत्नी फिर गए।

 

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दस में सात में हुआ समझौता

परामर्श केंद्र में दस मामले सामने आए थे। आज सात मामलों में समझौता हो गया। समझौता के बाद पति-पत्नी खुश होकर चले गए। इस अवसर पर महिला हेड कांस्टेबल उमा अहिरवार, महिला आरक्षी प्रतिमा यादव, महिला आरक्षी महिमा कुशवाहा आदि लोग उपस्थति रहे है।चैटिंग हो या फिर मैसेजिंग के मामले, पति -पत्नी की ऐसी कई शिकायतें आ रही हैं। केस लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में हमारी यही कोशिश होती है कि विवादों को सुलझाकर पुन: पारिवारिक जीवन शुरु किया जाए।

रिपोर्टर - बी के कुशवाहा

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