Jhansi News: संविधान में महिलाओं को पुरुषों के समान शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार-किरण बाला चौधरी

Jhansi News: किस्मत उन्हीं का साथ देती है जो लोग संघर्ष के पथ पर चलते हैं। महिला जन सशक्तिकरण गोष्ठी का आयोजन।

Update: 2023-07-04 13:53 GMT
राज्य सूचना आयुक्त किरण बाला चौधरी ने कहा- संविधान में महिलाओं को पुरुषों के समान शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार: Photo- Newstrack

Jhansi News: कुलपति बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी प्रो0 मुकेश पाण्डेय की अध्यक्षता में महिला अध्ययन केंद्र बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी के द्वारा ‘‘महिला सशक्तिकरण‘‘ विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन विश्वविद्यालय के कुलपति कमेटी हॉल में किया गया। गोष्ठी में राज्य सूचना आयुक्त किरण बाला चौधरी

मुख्य अतिथि, प्राचार्य सिद्धार्थ विश्वविद्यालय कपिलवस्तु डॉ0 नीता यादव विशिष्ठ अतिथि तथा शिक्षाविद एवं वरिष्ठ समाज सेविका डॉ0 नीति शास्त्री सारस्वत अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ने किरण बाला चैधरी ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन महिलाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ परिवारों को सहेजने का कार्य करता है। महिला सशक्तिकरण में पुरुषों का सहयोग एक प्रमुख कारक है। पुरुषों को मातृशक्ति का सम्मान करना चाहिए, जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियों में महिलाओं को समाज में समानता के साथ आगे बढ़ने के अवसर प्राप्त हो सके।

संविधान में महिलाओं को पुरुषों के समान शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार प्रदान किया गया है। परिवार में महिलाओं के रूप में बेटियों को सशक्त बनाने का कार्य पिता द्वारा किया जाता है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियां शिक्षा रूपी अस्त्र को धारण कर समाज में किसी भी चुनौती का सामना कर सकती हैं, इसलिए प्रत्येक अभिभावक अपनी बेटियों को अनिवार्य रूप से शिक्षा दिलाएं, जिससे वह समाज एवं देश को उन्नति के पथ पर आगे ले जा सके। उन्होंने कहा कि किस्मत उन्हीं का साथ देती है जो लोग संघर्ष के पथ पर चलते हैं। हमें सदैव अपनी प्रतिभाओं को पहचानना चाहिए, जिससे सीमित संसाधनों के बाद भी संघर्ष करते हुए हम अपने लक्ष्य को शतप्रतिशत रूप से प्राप्त कर सकें।

शिक्षा और ज्ञान का संगम व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाता है-

इस अवसर पर कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रोफेसर मुकेश पांडे ने कहा कि यह विद्यालय महिला सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर नए-नए आयामों पर प्रगति के साथ कार्य कर रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं का विशेष योगदान रहता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा और ज्ञान का संगम व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाता है।

ग्रामीण क्षेत्रों में छात्राओं के विकास के लिए वर्तमान सरकार द्वारा तत्परता के साथ प्रगतिशील प्रयास किए जा रहे हैं, इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा एवं समृद्धि हेतु मिशनशक्ति के तहत अनेक महिला कल्याणकारी योजनाएं शासन प्रशासन द्वारा सरकार के दिशा निर्देशन में संचालित की जा रही है। आज देश की उन्नति की बागडोर महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के हाथों में सुसज्जित है जिससे हमारा देश आर्थिक क्षेत्र में निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है और महिलाओं की आर्थिक स्थिति में वृद्धि हेतु अनेक सकारात्मक कार्य किए जा रहे हैं।

महिला सशक्तिकरण गोष्ठी में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डॉक्टर नीता यादव ने अपने संबोधन में कहा कि इस विश्वविद्यालय में सीखने के लिए शिक्षा का एक उत्कृष्ट गुणवत्ता का वातावरण विद्यमान है। महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य करते हुए हमारे द्वारा ऐसे क्षेत्रों में जाकर जहां शिक्षा की अत्यधिक कमी है महिलाओं को शिक्षित करने का एवं सशक्त बनाने का कार्य किया जाता है।

गोष्ठी के दौरान वित्त अधिकारी वसीम मोहम्मद, रजिस्ट्रार यूनिवर्सिटी विजय कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक राज बहादुर यादव, डॉ नेहा जैन, डॉ शुभांगी निगम, प्रोफेसर अपर्णा राज, समाजसेवी नीति शास्त्री सहित विश्वविद्यालय प्रशासन के अन्य अधिकारी, शिक्षक एवं कर्मचारी गण उपस्थित रहे। महिला सशक्तिकरण गोष्ठी का संचालन डॉ अचला पांडे द्वारा किया गया।

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