Jhansi News: सिफ्सा परियोजना के अंतर्गत स्वयंसेवकों को बताया गया मानसिक स्वास्थ्य देखभाल के तरीके

Jhansi News: सिफ्सा द्वारा डॉक्टर विजिट कार्यक्रम का हुआ आयोजन। मन को नियंत्रित करके सफलता प्राप्त की जा सकती है : डॉ मनीष शुक्ल।

Update:2023-08-28 17:31 IST
SIFPSA Mental Health Care Project, Jhansi

Jhansi News: राज्य परिवार नियोजन अभिनवीकरण सेवा परियोजना एजेंसी (सिफ्सा) की बुंदेलखंड विश्वविद्यालय परिसर झांसी इकाई ने मानसिक स्वास्थ्य देखभाल पर विद्यार्थियों को जागरूक किया। इस प्रशिक्षण सत्र में मंडलीय मनोविज्ञान केंद्र झांसी के डॉ मनीष शुक्ल ने स्वयंसेवकों से चर्चा की। सिफ्सा द्वारा इस डॉक्टर विजिट कार्यक्रम का आयोजन बाबू जगजीवन राम विधि संस्थान में किया गया।

डॉ मनीष ने स्वयंसेवकों के मानसिक प्रशिक्षण के लिए प्रतिभागियों को बताया कि मानसिक स्वास्थ्य शारीरिक स्वास्थ्य से ज्यादा ही महत्वपूर्ण है लेकिन लोग अभी भी इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस सत्र में कोरोना से पहले और कोरोना के बाद मानसिक स्वास्थ्य में आए बदलाओं पर चर्चा की गई।
राज्य परिवार नियोजन सेवा अभिनवीकरण परियोजना एजेंसी की नोडल अधिकारी डॉ. श्वेता पाण्डेय ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि मानसिक देखभाल किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत ही जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य के बिना शारीरिक विकास संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि अन्य बीमारियों की तरह ही मानसिक बीमारी भी है। इसकी देखभाल करना हमारे लिए बहुत जरूरी है।

उन्होंने बताया कि सिफ्सा द्वारा इस वर्ष कुल पांच डॉक्टर विजिट कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। जिसमें से आज प्रथम डॉक्टर विजिट कार्यक्रम का आयोजन बाबु जगजीवन राम विधि संस्थान बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय झाँसी में किया गया। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि आज के प्रशिक्षण शिविर में लगभग 50 से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। यह डॉक्टर चर्चा के अंतर्गत शैक्षणिक सत्र 2023-24 की पहली कार्यशाला है। उन्होंने बताया कि सिफ्सा के तहत विद्यार्थियों को होने वाली समस्यायों से निपटने के लिए डॉक्टरों से समय समय पर चर्चा का कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं।

विधि संस्थान के समन्वयक डॉ. विनोद गुप्ता ने कहा कि यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देने में बहुत ही सहायक रहा है। उन्होंने कहा कि आज के समय में मन को स्वास्थ्य रखना बहुत ही जरुरी है।

उल्लेखनीय है कि सिफ्सा के तहत विद्यार्थियों को युवा अवस्था में होने वाली समस्यायों पर जागरुक करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि सिफ्सा के यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्यायों के प्रति जागरूक करने में सहायक सिद्ध होगा। आभार विधि संस्थान के सहायक आचार्य डॉ. प्रशांत मिश्र ने व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉ राजेश सिंह, हरि शंकर, डॉ मंजु कौर, रितु शर्मा, डॉ संदीप वर्मा, डॉ अभिषेक सिंह एवं अन्य उपस्थित रहे।

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