Kanpur News: मां, बेटा और अब बहू बनी पार्षद, प्रतिद्वंदी को 5000 मतों से हराया

Kanpur News: महिला सीट होने पर अर्पित ने अपनी मां सरोजनी यादव को लड़ा दिया था, अर्पित ने अपनी माता को 2012 में पार्षद का चुनाव लड़ाया जिस पर सरोजनी यादव 1000 मतों से विजई हुईं और कांग्रेस की प्रत्याशी रंजना सिंह को हराया।

Update: 2023-05-14 19:26 GMT
(Pic: Newstrack)

Kanpur News: राष्ट्रीय खिलाड़ी की मां 2012 में पार्षद बनी तो वहीं बेटा अर्पित यादव 2017 में तो अब बहू ने भी बाजी मार ली और 2023 निकाय चुनाव में पार्षद बन गई। एक सामान्य परिवार का छात्र अर्पित यादव जो खिलाड़ी भी है। जिसने बीएचयू बनारस से पढ़ाई की है। बर्रा वार्ड 45 का निवासी अर्पित का पढाई के साथ साथ राजनीति में भी शौक रहा, इलाके में विकास कार्य न होने से क्षेत्र की जनता ने निर्णय लिया और अर्पित यादव की मां को चुनाव लड़ाने का मन बनाया। अर्पित के पिता श्याम बाबू यादव रिटायर सब इंस्पेक्टर हैं। महिला सीट होने पर अर्पित ने अपनी मां सरोजनी यादव को लड़ा दिया था, अर्पित ने अपनी माता को 2012 में पार्षद का चुनाव लड़ाया जिस पर सरोजनी यादव 1000 मतों से विजई हुईं और कांग्रेस की प्रत्याशी रंजना सिंह को हराया।

अर्पित ने माता के कार्यकाल का पूरा कार्य क्षेत्र में निष्ठापूर्वक कराया और 2017 में समान्य सीट होने से अर्पित खुद चुनाव लड़े, अर्पित ने लगभग 4000 मतों से जीत हासिल की और भाजपा प्रत्याशी पिंटू ठाकुर को पराजित किया। अर्पित के द्वारा वार्ड में अत्यधिक मात्रा में विकास कार्य कराए गए, 2023 में महिला सीट होने पर अर्पित ने पत्नी रेनू अर्पित यादव को चुनाव लड़ाया और उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक मतों से अपने प्रतिद्वंदी को लगभग 5000 मतों से पराजित किया।

सपा नेता है अर्पित यादव

पढ़ाई के साथ राजनीति के शौक से अर्पित यादव सपा के कार्यकर्ता बन गए और सक्रिय राजनीति में कदम रख दिया। युवा चेहरा के साथ राजनीति में सक्रिय होने पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात हो गई। जिस पर अखिलेश यादव ने राजनीति में बढ़ चढ़ कर भाग लेने को कहा, और अर्पित यादव क्षेत्र की जनता के साथ जुड़ गए, समस्याओं को देख रहा न गया, और चुनाव लड़ने का विचार बनाया,सपा में होने के बाद भी मां, अर्पित यादव व पत्नी निर्दलीय चुनाव लड़े।

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