Millet Mela Lucknow: बाजरा के उत्पादों को बढ़ावा, गोमती रिवर फ्रंट पर दो दिवसीय मिलेट मेला का शुभारम्भ

Millet Mela Lucknow 2023: भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, दिल्ली देश भर में बाजरा के खाद्य उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मिलेट मेला का आयोजन करवाता है ।

Update:2023-03-28 20:15 IST
Millet Mela Lucknow (photo: social media )

Millet Mela Lucknow 2023: भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण दिल्ली द्वारा मोटे अनाज के व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए 28 और 29 मार्च को लखनऊ रिवरफ्रन्ट पर मिलेट मेला का आयोजन किया जा रहा है।

भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण, दिल्ली देश भर में बाजरा के खाद्य उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मिलेट मेला का आयोजन करवाता है । इसी के तहत गोमती रिवर फ्रंट लखनऊ पर दो दिवसीय मिलेट मेला का आज शुभारम्भ हुआ । इसमें वाकाथाँन से लेकर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि

मिलेट मेला कार्यक्रम का उद्घाटन आयुष एवं खाद्य सुरक्षा एवं औषधि मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ द्वारा किया गया । कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए वह कहते है “मैदे से बने भोज्य पदार्थ जो व्यक्ति की पाचन शक्ति को कम करते है और शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं उन्हें छोड़ कर सभी को बाजरा, मक्का, ज्वार जैसे मोटे अनाजों का सेवन करना चाहिए । यह आपके शरीर के लिए पौष्टिक होते है और पाचन क्रिया को बेहतर करते है । मिलेट मेला के जरिये बाजरा से बने भोजन को बढ़ावा दिया जा रहा है । युवा पीढ़ी को इन अनाजों का सेवन करने और अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है ।”

मिलेट मेला में आयोजित कार्यक्रम

कार्यक्रम का प्रारंभ प्रातः काल वाकाथाँन से हुआ । वाकाथाँन के दौरान सीआरपीएफ, होमगार्ड, पीएसी, एसएसबी के जवानों के बैंड का प्रदर्शन हुआ । वाकाथाँन में धावक और अभिनेता संग्राम सिंह, ब्रांड ऐम्बैसडर फ़िट इंडिया एंड टोंबैको फ़्री इंडिया मौजूद रहे ।

सांस्कृतिक कार्यक्रमो के तहत अर्चना तिवारी द्वारा नृत्य, डॉ मैनिका और शबीना सैफी आपका भजन गायन आयोजित किया गया । भजन सुनकर और नृत्य प्रस्तुति देखकर सभी दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए । इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार, संजय मिश्रा, हाशिम फिरोजाबादी, करीम कैसर, शबा बलरामपुरी जैसे कवि और शायरों ने भी हिस्सा लिया।

मिलेट मेला की विशेषताएं

बाजरा के अलावा इस मेले में कुट्टू, रागी, ज्वार, सिंघाड़ा आदि मोटे अनाज से बनी व्यंजनों के स्टाल प्रदर्शित होंगे । सरकार द्वारा लखनऊ एवं अन्य शहर के होटलों में इन मोटे अनाज से बने व्यंजनों को शामिल किया जाए। सभी ग्राहकों को अपने खाने में इन मोटे अनाज को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए ।

संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट

संयुक्त राष्ट्र की 2023 रिपोर्ट के अनुसार “2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष” घोषित किया गया है ।

मेले में मौजूद व्यंजन

बाजरा के पकवानों में रागी के लड्डु, शक्करपाला, बालूशाही, जलेबी, ज्वार बाजरे की खिचड़ी, मडुवा का डोसा, मालपुआ, चिल्ला, ड्राई फ्रूट की जलेबी, ज्वार बाजरे के पकोड़े आदि व्यंजन उपलब्ध है ।

मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

इन मेलों द्वारा मोटे अनाज के उत्पादों को बढ़ावा मिलेंगे । इनमें प्रोटीन की मात्रा भरपूर पाई जाती है । 100 ग्राम बाजरा के सेवन से 7 से 12 ग्राम प्रोटीन मिलता है जो एक व्यक्ति के शरीर के लिए पर्याप्त है । बाजरा लोह लवण से भरपूर होता है इसलिए यह शरीर में खून की कमी को दूर होने में सहायक रहता है । ज्वार में भरपूर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत रखने में कारगर साबित होता है ।

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