Lucknow News: आईआईटी रुड़की की पक्का पुल जांच रिपोर्ट कल आने की सम्भावना, जानें कब खुलेगा रास्ता
Lucknow News: लखनऊ का पक्का पुल करीब 109 साल पुराना हो चुका है। कुछ दिन पहले IIT रुड़की की टीम ने पुल की जांच की थी। उसके बाद पुल पर भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया।
Lucknow News: लखनऊ का पक्का पुल (लाल पुल) करीब 109 साल पुराना हो चुका है। कुछ दिन पहले आईआईटी रुड़की की टीम ने पुल की जांच की थी। जिसके बाद से इस पुल पर भारी वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। आईआईटी रुड़की की जांच रिपोर्ट पहले 30 दिसम्बर को आनी थी। किसी कारण जांच रिपोर्ट लेट होने के बाद 4 दिसम्बर को आने की सम्भावना है।
लोक निर्माण विभाग ने भी कराई जांच
कुछ महीना पहले लोक निर्माण विभाग की तरफ से हुई पूल जांच में कई जगह क्रेक मिले थे। पक्के पुल की मरम्मत को लेकर तैयार रिपोर्ट में करोड़ों रुपए के खर्चे का अनुमान लगाया गया था। इसके बाद पुल को कमजोर मानते हुए भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई। इसकी मरम्मत से पहले विशेषज्ञ संस्था से पुल की वास्तविक स्थिति जानने के लिए जांच कराई गई। अब उस विशेषज्ञ संस्था आईआईटी रुड़की की जांच रिपोर्ट 4 जनवरी को आने की सम्भावना है।
आईआईटी रुड़की ने की पूल की जांच
कुछ समय पहले लोक निर्माण विभाग ने केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) को पत्र लिखा था। उसके बाद IIT रुड़की की टीम ने 16 दिसंबर से पुल की जांच शुरू की थी। इस जांच रिपोर्ट से यह पता लग जाएगा, कि पुल मरम्मत से ठीक किया जा सकता है या फिर नया बनाना पड़ेगा। जिसके चलते पिछले कुछ समय से ट्रैफिक व्यवस्था प्रभावित है। इस जांच के दौरान ट्रैफिक को पूरी तरह बंद रखा गया। उसके बाद से हल्के वाहनों के लिए पुल को खोल दिया गया था।
पक्का पुल के बारे में जाने
लखनऊ में पहले से बने शाही पुल को 1911 में तोड़कर उसके स्थान पर पक्का पुल का निर्माण कराया गया। यह पुल 10 जनवरी 1914 को बनकर तैयार हुआ था। इस पक्का पुल की कुल लंबाई 300 मीटर और चौड़ाई लगभग 7 मीटर है। इस पुल की डिजाइन आर्च डिजाइन का है। इस के दोनों ओर 6-6 बालकनी (अटारियां) है। इसके निर्माण में उस समय लॉर्ड हार्डिंग का अहम योगदान रहा, इसलिए इसे हार्डिंग ब्रिज के नाम से भी जाना जाता है।