Lucknow University: एसोसिएट प्रोफ़ेसर डाॅ अल्का मिश्रा को मिला रिसर्च प्रोजेक्ट एवार्ड

Lucknow University: यह प्रोजेक्ट क्षेत्र विशेष मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले वैज्ञानिको और अनुसंधानकर्ताओं को प्रदेश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न विषयों में महत्वपूर्ण क्षेत्रों और बुनियादी अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है।

Written By :  Anant kumar shukla
Update: 2023-03-12 15:46 GMT

Lucknow University Associate Professor Doctor Alka Mishra

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय की खगोल शास्त्र की एसोसियेट प्रोफ़ेसर डाॅ अल्का मिश्रा को उत्तर प्रदेश के विज्ञान तथा तकनीक विभाग द्वारा एक महत्वपूर्ण रिसर्च प्रोजेक्ट एवार्ड प्रदान किया गया है। यह प्रोजेक्ट क्षेत्र विशेष मे उत्कृष्ट कार्य करने वाले वैज्ञानिको और अनुसंधानकर्ताओं को प्रदेश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विभिन्न विषयों में महत्वपूर्ण क्षेत्रों और बुनियादी अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए दिया जाता है। इसी क्रम में डॉ. अल्का मिश्रा को "Study of reaction feasibility and effect of molecularr cavities on reactions in cometary attmosphere & Interstellar space in searrch of Extraterrestrial life" विषय पर अनुसंधान के लिए मिला है। इस प्रोजेक्ट को पूर्ण करने की अवधि तीन वर्ष है।

रिसर्च से इंटरस्टेलर मीडियम मे बायोमाॅलिकियूलस के निर्माण की अभिक्रियाओं का अध्ययन किया जायेगा

न्यूजट्रैक से बात करते हुए अल्का मिश्रा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के तहत होने वाले अनुसंधान के द्वारा इंटरस्टेलर मीडियम (तारों के मध्य पाया जाने वाला स्थान अर्थात अंतरतारकीय स्थान) मे बायोमाॅलिकियूलस के निर्माण की अभिक्रियाओं का अध्ययन किया जायेगा। इनटरस्टेलर माध्यम में इन बायोमोलेक्यूल्स की उपस्थिति से अन्य ग्रहों पर जीवन की उत्पत्ति की संभावनाओं तथा पृथ्वी पर जीवन उत्पत्ति की प्रारंभिक अनसुलझी कडियों को जोडने मे मदद मिलेगी। इस प्रकार के अध्ययन से ब्रह्मांड के निर्माण, विकास और जीवन की उत्पत्ति को समझने में भी मदद मिलती है। इसके अतिरिक्त धूमकेतुओं जो अपने और अपने वातावरण में अनेक कार्बनिक पदार्थ समाहित किये होते हैं, उसके अंदर होने वाली रासायनिक क्रियाओं पर भी शोध करी जाती है क्योंकि ये पृथ्वी पर जीवन उत्पत्ति के जनक माने जाते हैं। ये थ्योरेटिकल शोध है।

जानें कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने क्या कहा?

लखनऊ विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि शोध कार्य को प्रोत्साहन देते हुए परिसर मे अनेक नई योजनाऐं प्रभावी तौर पर लागू करी है जिससे पिछले तीन वर्षों मे प्रोजेक्ट की संख्या तथा बजट दोनों मे काफी बढोत्तरी दर्ज की गई है। डीन अकादमिक प्रोफेसर पूनम टंडन ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत शोध कार्य शिक्षण प्रक्रिया का बेहद अहम अंग है जिसमे स्नातक छात्र छात्राओ को भी शोध कार्य से जोड़ा जाना है। ऐसे मे शिक्षकों द्वारा विश्व स्तरीय शोधकार्य से जुडे रहना तथा रिसर्च प्रोजेक्ट लाना बेहद अहम है।

Tags:    

Similar News