Lucknow: बीजेपी के राज्यसभा प्रत्याशी संजय सेठ के बेटे से लूट का मामला निकला झूठा, पुलिस बोली रोड रेज का मामला

Lucknow: पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से एक आरोपी को पकड़ा है और उस गाड़ी को भी जब्त किया है, जिससे घटना को अंजाम दिया गया।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2024-02-21 03:40 GMT

BJP Rajya Sabha candidate Sanjay Seth (photo: social media )

Lucknow: समाजवादी पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में आए पूर्व राज्यसभा सांसद और रियल एस्टेट कारोबारी संजय सेठ के बेटे और बहू से लूटपाट करने के मामले में बड़ा अपडेट आया है। लखनऊ पुलिस ने लूटपाट के आरोप को खारिज किया है। डीसीपी (लखनऊ सेंट्रल) ने कहा कि आरोपी से पूछताछ में लूट के आरोप को असत्य पाया गया है। प्रथम दृष्टया मामला रोडरेज का प्रतीत होता है। फिलहाल मामले में आगे की जांच जारी है। 

दरअसल, सोमवार रात बीजेपी नेता सेठ के बेटे कुणाल अपनी पत्नी के साथ कार से सफर कर रहे थे। इसी दौरान कुछ कार सवार युवक उनका पीछा करने लगे। आरोपियों ने दिलकुशा के पास उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर रोक दिया और फिर शीशा तोड़ने का प्रयास करने लगे। कुणाल के ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाई और फौरन कार को गौतमपल्ली थाने की ओर भगाना शुरू कर दिया।

थाने की ओर जाता देख आरोपी अपनी कार लेकर फरार हो गए। अगले दिन यानी मंगलवार को कुणाल के चालक ने गौतमपल्ली थाने में केस दर्ज कराया। कुणाल और उनकी पत्नी पूरी तरह सुरक्षित हैं। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से एक आरोपी को पकड़ा है और उस गाड़ी को भी जब्त किया है, जिससे घटना को अंजाम दिया गया।

ड्राइवर का आरोप लूटने के मकसद से गाड़ी रोकने की कोशिश 

भाजपा नेता संजय संठ गौतमपल्ली थाना क्षेत्र के विक्रमादित्य मार्ग पर रहते हैं। सोमवार को उनका बेटा कुणाल अपनी पत्नी अवनी के साथ मेदांता अस्पताल के नजदीक स्थित एक मैरिज लॉन में शादी में गए थे। रात करीब 12 बजे वह लौट रहे थे। गाड़ी उनका ड्राइवर चंद्रमोहन रावत जो कि अहिमामऊ का रहने वाला है, चला रहा था। रमजन बाजार पुलिस चौकी के पास से ही एक कार उनकी गाड़ी के पीछे लग गई।

ड्राइवर चंद्रमोहन ने आरोप लगाया कि कार सवार आरोपियों ने लूट के मकसद से कई बार गाड़ी को रोकने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने नहीं रोका। दिलकुशा चौराहे के पास अचानक आरोपियों ने कुणाल की गाड़ी को ओवरटेक कर रोक लिया। ड्राइवर ने बताया कि एक शख्स कार से उतारा और उनकी साइज का शीशा तोड़ने का प्रयास करने लगा। जिसके बाद उन्होंने गाड़ी को फौरन थाने की ओर मोर दिया और सीधे पुलिस स्टेशन के अंदर कार लेकर पहुंच गए। इसके बाद आरोपी फरार हो गए।

कौन हैं संजय सेठ ?

लखनऊ के दिग्गज रियल एस्टेट कारोबारियों में शुमार संजय सेठ कभी सपा के कोषाध्यक्ष हुआ करते थे और अखिलेश यादव से नजदीकी होने के कारण उनकी पार्टी में गहरी पैठ भी थी। साल 2019 में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा था। भाजपा ने उन्हें यूपी से राज्यसभा का अपना आठवां उम्मीदवार बनाया है, जिसके बाद से सेठ सुर्खियों में हैं। उनके मैदान में आने से राज्यसभा चुनाव में वोटिंग की नौबत आई है।

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