Lucknow Ka Mausam 28 October 2023: यूपी में तेजी से बदलेगा मौसम, द‍िन-रात बढ़ेगी ठंड, लखनऊ में आज कैसा रहेगा वेदर

Lucknow Ka Mausam 28 October 2023: मौसमी बदलाव का असर वातावरण पर दिखने लगा है। मौसम वैज्ञानिक बताते हैं पर्यावरण में कार्बन मोनोऑक्साइड, ओजोन, सल्फर तथा नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा बढ़ गई है। सांस के रोगियों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।

Report :  aman
Update: 2023-10-27 23:45 GMT

Lucknow Ka Mausam (Social Media)

Lucknow Ka Mausam 28 October 2023: यूपी के सभी जिलों में गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। सुबह के साथ शाम और रात में तापमान गिरने से लोगों को सर्दी का एहसास होने लगा है। एसी-कूलर तो कब के बंद हो चुके थे, अब पंखे भी करीब-करीब बंद ही हो चुके हैं। मोटी चादर निकल आई हैं। मौसम विभाग के पूर्वानुमान की मानें तो कंबल सहित अन्य गर्म कपड़ों को निकालने का वक़्त आ गया है। विभाग की मानें तो नवंबर के पहले हफ्ते से पारा तेजी से गिरेगा। पहाड़ी क्षेत्र से सटे जिलों में ठंड का असर होने लगा है। उत्तराखंड में विभिन्न जगहों पर अच्छी बर्फ़बारी हो रही है।

यूपी में पूर्वांचल के जिलों के साथ-साथ तराई वाले जिलों में सुबह के समय कोहरा नजर आ रहा है। राजधानी लखनऊ में मिलाजुला मौसम है। सुबह और रात जहां ठंड का एहसास होता है वहीं दोपहर में तेज धूप से मौसम सामान्‍य हो जाता है। मौसम विभाग कि, आने वाले दिनों में तेजी से पारा ग‍िरने की संभावना है। इससे सर्दी में और इजाफा होगा। कानपुर-लखनऊ जैसे शहरों में रात के समय न्यूनतम तापमान गिरकर 16 से 18 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच रहा है।

लखनऊ में आज से पछुआ हवाएं 

राजधानी लखनऊ में शनिवार (28 अक्टूबर) को भी मौसम इस हफ्ते के शेष दिनों की ही भांति रहने वाला है। सुबह की शुरुआत गुलाबी सर्दी से होगी। लेकिन, 9 बजे के बाद धूप की गर्माहट मौसम सामान्य कर देगी। दिन चढ़ने के साथ अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा, जबकि न्यूनतम 18 डिग्री के करीब रहने वाला है। दिन में 9 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ़्तार से पछुआ हवाएं चलेंगी। तड़के विजिबिलिटी कम रह सकती है। शाम से आसमान में बादलों की मौजूदगी नजर आ सकती है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में बताया है कि, रविवार के बाद फिर एक बार मौसमी बदलाव नजर आएगा। 

मौसमी बदलाव से प्रदूषण का स्तर बढ़ा

प्रदेश में मौसमी बदलाव का असर वातावरण पर दिखने लगा है। मौसम वैज्ञानिक बताते हैं पर्यावरण में कार्बन मोनो आक्साइड, ओजोन, सल्फर तथा नाइट्रोजन आक्साइड की मात्रा बढ़ गई है। हवा की गुणवत्ता खराब होने से अस्थमा (Asthma), सीओपीडी, आईएलडी और टीबी के मरीजों पर पड़ता है। ऐसे में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। 15 दिन से सांस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। ऐसे में धूप निकलने के पहले घर से बाहर नहीं जाएं। 

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