Uniform Civil Code: यूसीसी पर मायावती का बड़ा बयान, बोलीं - बसपा इसके खिलाफ नहीं
Uniform Civil Code News: बसपा सुप्रीमो ने कहा, बीएसपी यूसीसी के खिलाफ नहीं है,मगर बीजेपी के यूसीसी लागू करने के तरीके से असहमत है। उन्होंने कहा कि देश में रह रहे सभी धर्मों का ख्याल रखना जरूरी है।
Uniform Civil Code News: संसद के मॉनसून सत्र में सामान नागरिक संहिता (यूसीसी) से जुड़े विधेयक को पेश करने के अटकलों के बीच विपक्षी दल धीरे-धीरे अपना रूख स्पष्ट करते नजर आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी और सुभासपा के बाद बहुजन समाज पार्टी ने भी यूसीसी को लेकर अपनी राय साफ कर दी है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को यूसीसी के समर्थन में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी (बीएसपी) इसका समर्थन करती है।
बसपा सुप्रीमो ने कहा, बीएसपी यूसीसी के खिलाफ नहीं है,मगर बीजेपी के यूसीसी लागू करने के तरीके से असहमत है। उन्होंने कहा कि देश में रह रहे सभी धर्मों का ख्याल रखना जरूरी है। संविधान यूसीसी की वकालत करता है लेकिन वो भी इसे थोपने की बात नहीं करता। मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी यूसीसी के लागू करने के खिलाफ नहीं है। लेकिन बीजेपी को इसे लागू करने से पहले सभी आयामों पर विचार करना चाहिए।
मायावती ने बीजेपी पर साधा निशाना
बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि यदि बीजेपी अपने तुच्छ राजनीतिक एजेंडे से ऊपर उठकर इसे लाती है तो हम इसका समर्थन करेंगे, अन्यथा इसका विरोध करेंगे। उन्होंने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए कहा कि वो यूसीसी के जरिए संकीर्ण मानसिकता की राजनीति करने की कोशिश कर रही है। साथ ही उसका मकसद लोगों का ध्यान सरकार के कामकाज से हटाना भी है।
संविधान में यूसीसी का है जिक्र
मायावती ने सामान नागरिक संहिता का समर्थन करते हुए कहा कि अगर हर धर्म को मानने वाले लोग पर एक समान कानून लागू होता है तो इससे देश कमजोर नहीं बल्कि मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि इससे समाज में सद्भाव पैदा होगा। बकौल मायावती इसीलिए संविधान की धारा 44 में यूसीसी बनाने का जिक्र किया गया है। हालांकि, उन्होंने यहां स्पष्ट करते हुए कहा कि इसे लागू करने से पहले देश में रह रहे विभिन्न धर्म के लोगों को भरोसे में लेना जरूरी है।
मॉनसून सत्र से पहले बीजेपी को बड़ी राहत
यूसीसी के चर्चा में आते ही अल्पसंख्यक वर्ग के नेताओं और विपक्षी पार्टियों ने सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। एक तबके से इसका कड़ा विरोध हो रहा है। इन विरोधी स्वरों के बीच विपक्षी खेमे के कुछ दल धीरे-धीरे इसके समर्थन में लामबंद भी हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी, शिवसेना (उद्धव गुट) और ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा के बाद अब मायावती ने इसका खुलेआम समर्थन किया है। इसके अलावा हिमाचल कांग्रेस के नेता और मंत्री विक्रमादित्य सिंह पर इसका समर्थन कर चुके हैं। ऐसे में मॉनसून सत्र में यूसीसी बिल लाने की योजना बना रही बीजेपी को इन विपक्षी नेताओं के समर्थन से बड़ी राहत मिली है।