Umesh Pal Murder Case: उमेश पाल हत्याकांड में शामिल शूटरों के एनकाउंटर की होगी मजिस्ट्रियल जांच, DM ने दिए आदेश
Umesh Pal Murder Case:डीएम प्रयागराज द्वारा जारी किए गये आदेश के मुताबिक कोई भी 31 मार्च तक बयान भी दर्ज करा सकता है, साथ ही कोई गोपनीय साक्ष्य भी उपलब्ध करा सकता है।
Umesh Pal Murder Case: बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल हत्याकांड से जुड़ी बड़ी खबर है। हत्याकांड में शामिल मुठभेड़ में मारे गए शूटरों की मजिस्ट्रियल जांच की जाएगी। डीएम प्रयागराज ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं। कोई भी व्यक्ति एडीएम प्रशासन के कार्यालय में साक्ष्य दे सकता है। बता दें कि पुलिस मुठभेड़ में अरबाज व विजय चौधरी मारा गया था ।
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डीएम प्रयागराज द्वारा जारी किए गये आदेश के मुताबिक कोई भी 31 मार्च तक बयान भी दर्ज करा सकता है, साथ ही कोई गोपनीय साक्ष्य भी उपलब्ध करा सकता है। मुठभेड़ में मारे गए दोनों आरोपी उमेश पाल हत्याकांड में शामिल थे।
पुलिस मुठभेड़ में मारे गये दोनों शूटर
बता दें कि यूपी पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों अरबाज और विजय चौधरी उर्फ उस्मान को एनकाउंटर में मार गिराया है। पुलिस का दावा है कि अरबाज वह क्रेटा कार चला रहा था, जिससे शूटर उमेश की हत्या करने पहुंचे थे। वहीं, विजय चौधरी वह शख्स था, जिसने सबसे पहले उमेश पर फायरिंग की थी।
क्रेटा कार के मालिक रुखसार को पुलिस ने दबोचा
उमेश पाल हत्याकांड में इस्तेमाल हुई क्रेटा कार के मालिक रुखसार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। रूखसार बार्डर पार करके नेपाल भागने की फिराक में था। जानकारी के मुताबिक रूखसार उर्फ पिंटू ट्रैवल एजेंट है। वह घर से ही फोन पर लोगों को किराये पर गाड़ियां मुहैया कराता था। उसके करीब एक साल पहले प्रयागराज में बिरयानी सेंटर चलाने वाले नफीस अहमद से ये क्रेटा कार खरीदी थी। रुखसार बिरयानी सेंटर संचालक नफीस अहमद का दूर का रिश्तेदार भी है।
शाइस्ता परवीन का जारी होगा पोस्टर
पुलिस माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के पोस्टर जल्द जारी करेगी। उन्हें प्रमुख स्थानों पर लगाया जाएगा। इसे सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया जाएगा। पोस्टर जारी करने के पीछे का कारण यह बताया जा रहा है कि शाइस्ता हमेशा नकाब में रहती है। पुलिस के पास जो फोटो है, वह साफ नहीं है। इसलिए शाइस्ता परवीन का पोस्टर जारी किया जाएगा। शनिवार को भी शाइस्ता परवीन की तलाश में प्रयागराज से लेकर कौशाम्बी तक दबिश दी गई।
24 फरवरी को उमेश पाल की हुई थी हत्या
प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी। इस दौरान बम भी फेंके गए थे। इस हमले में उमेश पाल और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई थी। हत्याकांड के बाद यूपी पुलिस लगातार आरोपियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है।