पत्नी के गुजरने के गम में पति लगा रहा था फांसी, गांववालों ने बचाया

Update: 2016-04-25 12:35 GMT

शाहजहांपुर: कांट थाना क्षेत्र के जमुनिया दौलतपुर गांव में एक पति ने फांसी लगाकर सुसाइड करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि कई दिनों से वह पत्नी के गुजर जाने से काफी परेशान था। हालांकि गांववालों ने सही वक्त पर पहुंचकर उसे नीचे उतार लिया। गांववालों का कहना है कि उसने गरीबी और कर्जदारी की वजह से भी यह कदम उठाया।

कब हुई थी शादी ?

-जमुनिया दौलतपुर गांव के रहने वाले 35 साल के गजराज की शादी 11 साल पहले नीतू से हुई थी।

-गजराज नीतू से बेपनाह मोहब्बत करता था। उसके तीन बच्चे हैं।

-गरीबी के चलते तीनों बच्चे पढाई भी नहीं कर पा रहे थे।

-गजराज मेहनत और मजदूरी करके अपनी पत्नी और बच्चों का पेट पाल रहा था।

-कुछ वक्त पहले पत्नी की बीमारी के वजह से मौत हो गई।

-गजराज ने उसके इलाज के लिए 30 हजार रुपए कर्ज लिया था।

-नीतू के मरते ही गजराज ने घर में रखी रस्सी से फांसी लगाने की कोशिश की।

-गांववालों ने उसे बचा लिया। गर्दन पर फंदे के निशान साफ दिखाई दे रहे थे।

गजराज से पूछताछ करती पुलिस

बचने के बाद क्या बताया गजराज ने ?

-गजराज ने बताया कि नीतू काफी समय से बीमार चल रही थी।

-इलाज कराने में उसके पास जितना भी पैसा था वह खर्च हो गया।

-तीस हजार रुपए कर्ज भी लिया, लेकिन नीतू नहीं बची।

-उसकी पत्नी को गरीबी ने उससे छीन लिया।

-वह अब जीना नहीं चाहता। सिर पर कर्जा भी चढ़ गया।

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