Sonbhadra News: यूरिया लेनी है तो खरीदना पड़ेगा सल्फर और जिंक, खाद विक्रेताओं के अघोषित फरमान ने बढ़ाई किसानों की मुश्किलें, अफसरों से गुहार

Sonbhadra News: खाद विक्रेता यूरिया खरीदने पहुंच रहे किसानों पर यूरिया के साथ सल्फर और जिंक खरीदने के लिए भी दबाव बना रहे हैं। इंकार करने वाले किसानों को बगैर यूरिया के ही लौटा दिया जा रहा है।

Update:2024-12-25 21:39 IST

Urea fertilizer Crisis- (Photo- Newstrack)

Sonbhadra News: बड़े किसानों को यूरिया-डीएपी की किल्लत से जूझने की मिल रही शिकायत के बाद, अब यूरिया के साथ सल्फर और जिंक खरीदने के कथित अघोषित फरमान ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कहा जा रहा है कि खाद विक्रेता यूरिया खरीदने पहुंच रहे किसानों पर यूरिया के साथ सल्फर और जिंक खरीदने के लिए भी दबाव बना रहे हैं। इंकार करने वाले किसानों को बगैर यूरिया के ही लौटा दिया जा रहा है। सदर ब्लाक से जुड़े एक ऐसे ही मामले को लेकर जिला कृषि अधिकारी को शिकायत सौंपते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई गई है। 

सल्फर-जिंक न लेने पर बगैर यूरिया के लौटाने का आरोप

ताजा मामला घाघर मुख्य नहर पर मरकरी स्थित पुल के पास स्थित एक खाद विक्रेता से जुड़ा बताया जा रहा है। ओमप्रकाश पांडेय नामक किसान की तरफ से मंगलवार को जिला कृषि अधिकारी के यहां दिए गए शिकायती पत्र के जरिए आरोप लगाया गया है कि 24 दिसंबर 2024 की सुबह लगभग 8 बजे वह पन्नूगंज रोड पर मरकरी पुल के पास स्थित मौर्या इंटर प्राईजेज पर यूरिया खाद लेने पहुंचे हुए थे। दुकानदार द्वारा कहा गया कि यूरिया के साथ सल्फर और जिंक भी लेना पड़ेगा। एतराज जताने पर यूरिया देने से इंकार कर दिया गया। साथ ही कहा गया कि जहां भी यूरिया लेने जाएंगे वहां सल्फर और जिंक भी साथ लेना ही होगा। ओमप्रकाश का कहना है कि उन्हें गेहूं और सरसो के लिए यूरिया की अत्यंत आवश्यकता है लेकिन दुकानदार की तरफ से बगैर सल्फर-जिंक लिए यूरिया देने से इंकार कर दिया जा रहा है। 

जांच कर की जाएगी कार्रवाई: जिला कृषि अधिकारी

जिला कृषि अधिकारी डा. हरिकृष्ण मिश्रा ने फोन पर कहा कि किसी भी किसान पर यूरिया या डीएपी लेने के लिए, सल्फर-जिंक लेने का दबाव नहीं बनाया जा सकता। शिकायत की जांच की जाएगी। आरोप सही पाए गए तो कार्रवाई होगी। बताते चलें कि अभी कुछ दिन पूर्व ही डीएम और जिला कृषि अधिकारी की तरफ से शाहगंज-चतरा क्षेत्र में औचक छापेमारी कर, निर्धारित कीमत से अधिक मूल्य लेने का मामला पकड़ा गया था। दो दुकानों का लाइसेंस निलंबित करने के साथ ही, एक दुकानदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। अब किसानों पर एक अलग तरीके से दबाव बनाने का मामला सामने आया है।

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