CM Yogi Adityanath: विपक्ष का 2024 में सफाया करने की तैयारी में सीएम योगी, पश्चिम यूपी का दनादन दौरा
CM Yogi Adityanath: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल बागपत आएंगे। वैसे मुख्यमंत्री का अब पश्चिमी यूपी के जिलों का दौरा इस क्षेत्र के लोंगो के लिए एक सामान्य सी खबर हो गई है।
CM Yogi Adityanath: यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल बागपत आएंगे। वैसे,मुख्यमंत्री का अब पश्चिमी यूपी के जिलों का दौरा इस क्षेत्र के लोंगो के लिए एक सामान्य सी खबर हो गई है। पिछले छह माह की ही बात करें तो मुख्यमंत्री छह से भी अधिक बार पश्चिमी यूपी के किसी ना किसी जिले में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुके हैं। दरअसल,आगामी लोकसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। बहुजन समाज पार्टी ( बसपा) के कमजोर होने के बाद से भाजपा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पश्चिम और ब्रज क्षेत्र में दलित वोट बैंक को साधकर विपक्ष का सफाया करने का लक्ष्य तय किया है।
इस टार्गेट को पूरा करने के लिए ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पश्चिम उप्र के जिलों का दनादन दौरा करने में लगे हैं। उत्तर प्रदेश के पश्चिम और ब्रज क्षेत्र यानी सूबे के छह मंडल मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, आगरा, अलीगढ़, बरेली के 38 संगठनात्मक जिलों की 27 लोकसभा सीटें हैं। यहां 136 विधानसभा सीटें हैं। पश्चिम के मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल के 14 लोकसभा क्षेत्र हैं। यहां 7 पर बीजेपी जीती थी और 7 (सहारनपुर, अमरोहा, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, संभल, रामपुर) पर विपक्ष जीता था।
वैसे भाजपा के पास वर्तमान में आठ सीटें हैं और छह सीट विपक्ष के पास बची हैं। बीजेपी लोकसभा उपचुनाव में रामपुर सीट हाल में जीत चुकी है। ब्रज क्षेत्र में आगरा-अलीगढ़ और बरेली मंडल की कुल 13 लोकसभा सीटें हैं। इनमें से भाजपा के पास 12 और एक मैनपुरी सीट विपक्ष के पास है। यानी बीजेपी के पास फिलहाल 27 में से 20 सीटें हैं। इन हारी हुई सात सीटों पर बीजेपी ने नए प्लान के तहत खास फोकस किया है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी मेरठ, मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, सहारनपुर, संभल, रामपुर आदि जिलों में कई सीटें बीजेपी को गवानी पड़ी थीं।
इसलिए बीजेपी अभी से फतह 2024 के लिए हारी सीटों पर जीत की बाजी खेलने में जुट गई है। उपचुनाव में रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा की सीट जीतने से भाजपा के हौसले बुलंद हैं। पश्चिमी यूपी की राजनीति को प्रभावित करने वाले सहारनपुर, मेरठ, मुरादाबाद, अलीगढ़ मंडलों की कमान खुद मुख्यमंत्री योगी ने अपने पास रखी है। मुख्यमंत्री खुद हर माह पश्चिम यूपी और ब्रज क्षेत्र में दौरा कर जनता से संपर्क कर रहे हैं। भाजपा नेताओं का मत है कि पश्चिम यूपी और ब्रज क्षेत्र में मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियों एवं पार्टी पदाधिकारियों के मंडलों और जिलों में होने वाले दौरे, समीक्षा कार्यक्रमों, सरकारी योजनाओं के प्रगति की निगरानी करने जैसे की व्यवस्था पर अमल करने से जनता की समस्याओं का समाधान जल्द होगा।
वहीं सरकार की योजनाओं का लाभ पात्र लोगों को मिलेगा। सरकार और संगठन के बीच नीचे तक समन्वय भी बनेगा। इस सोच के तहत पश्चिम यूपी तथा ब्रज क्षेत्र में बीते लोकसभा चुनावों में हारी सीटों सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, संभल, मुरादाबाद और अमरोहा संसदीय क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन संसदीय क्षेत्रों में भाजपा नेता घर घर संपर्क कर रहे हैं। पार्टी नेताओं का दावा है कि उक्त सीटों को भाजपा की झोली में डालने के लक्ष्य के तहत कार्य हो रहा है और आगामी लोकसभा चुनावों में पश्चिम और ब्रज क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा तय किए गए विपक्ष का सफाया करने का लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा ।
दरअसल, इस बार चुनाव में खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में योगी जी को आगे कर इसलिए भी चुनाव लड़ा जाएगा। क्योंकि यहां पर लोगों की नाराज़गी मोदी से ज़्यादा, योगी से कम है। क्योंकि मोदी जी किसान क़ानून लेकर आए थे। इसके साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान योगी को लव जिहाद जैसे मसलों पर कार्रवाई करने का श्रेय देते हैं।