Moradabad News: बेटी ने DSP बन मां का सपना किया पूरा, नौ साल पहले पिता की हुई थी हत्या

Moradabad News: वह डिप्टी एसपी बनीं, तो पिता के अधूरे सपने को पूरा करने की खुशी थी। लेकिन, जीवन के इतने अहम पल में पिता के साथ न होने का गम उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था। DSP पद की शपथ लेने के बाद अपनी मां और भाई से मिलकर भावुक भी हो गईं।

Report :  Sudhir Goyal
Update: 2024-09-05 17:19 GMT

बेटी ने DSP बन मां का सपना पूरा किया पूरा, नौ साल पहले पिता की हुई थी हत्या: Photo- Newstrack

Moradabad News: बुजुर्गों ने सही कहा है, अगर इंसान ठान ले तो वह क्या कुछ नहीं कर सकता, चाहे रास्ते में बड़ी से बड़ी मुश्किलें भी आ जाएं वो हर मुश्किल को दर किनार कर सफलता प्राप्त कर ही लेता है। इस बात को मुरादाबाद की बेटी आयुषी सिंह ने सच कर दिखाया है । बेटी आयुषी ने UPPSC 2022 में 62वीं रैंक हांसिल की है। उनका चयन DSP के पद के लिए हुआ है। आपको बता दें कि आयुषी सिंह के पिता का नाम योगेंद्र सिंह है। वही योगेंद्र सिंह, जिनकी साल 2015 में कोर्ट में पेशी के दौरान हत्या कर दी गई थी।

हालातों से लड़कर बेटी आयुषी सिंह पिता की हत्या के नौ साल बाद डिप्टी एसपी भी बन गईं। मगर, वह अभी रुकने वाली नहीं हैं। वह आईपीएस अधिकारी बनकर पिता के सपने को पूरा करना चाहती हैं। जिसके लिए वह डिप्टी एसपी के पद पर अपना शत प्रतिशत देने के साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी शुरू कर दी है।

बुलंदशहर में हुई है पहली तैनाती

आयुषी की पहली तैनाती बुलंदशहर में हुई है, जहां वह मंगलवार को पहुंच गईं। दीक्षा समारोह के बाद को जब वह घर पहुंची, तब बधाई देने वालों का तांता लग गया। फूल बरसाए गए। डिलारी की ब्लाक प्रमुख पूनम सिंह की बेटी आयुषी सिंह ने सोमवार को डिप्टी एसपी के पद पर शपथ ली। इसके बाद जब वह अपने परिवार से मिली, तो हर कोई भावुक हो उठा।

आयुषी का जीवन किसी भी परिस्थितियों में हार न मानने की कहानी बयां करती हैं। उन्होंने अपने जीवन में ऐसे पल देखे हैं जहां पूरे परिवार पर परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ा। सिर से पिता का साया उठ गया। ऐसी परिस्थितियों में भी आयुषी ने खुद पर विश्वास कभी टूटने नहीं दिया ।

बेटी आयुषी सिंह ने DSP बन मां का सपना पूरा किया पूरा, नौ साल पहले पिता की हुई थी हत्या: Photo- Newstrack

पिता की कमी महसूस हुई

वह डिप्टी एसपी बनीं, तो पिता के अधूरे सपने को पूरा करने की खुशी थी। लेकिन, जीवन के इतने अहम पल में पिता के साथ न होने का गम उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रहा था। DSP पद की शपथ लेने के बाद अपनी मां और भाई से मिलकर भावुक भी हो गईं।

परिवार वालों ने जोरदार स्वागत किया

आयुषी जब घर पहुंची, तो परिवार वालों ने उनका जोरदार स्वागत किया। आयुषी ने कहा कि "पिता के सपने को सच करना किसी भी बेटी के लिए सम्मान की बात होती है। मुझे अभी यहीं नहीं रुकना है। मेरा लक्ष्य आईपीएस अधिकारी बनना है, जिसके लिए यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करनी है। डिप्टी एसपी के पद पर रहकर हर पीड़ित को इंसाफ दिलाना मेरी प्राथमिकता है।

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