Moradabad News : पहले छात्र, फिर महिला प्रोफेसर... अब एक और छात्र की संदिग्ध मौत, सवालों के घेरे में तीर्थांकर महावीर यूनिवर्सिटी?

Moradabad News : 25 दिन...03 मौतें, पहले छात्र...फिर महिला प्रोफेसर और अब एक और छात्र की संदिग्ध मौत के बाद 'शिक्षा का मंदिर' सवालों के घेरे में है, यह मामला मुरादाबाद की तीर्थांकर महावीर यूनिवर्सिटी का है।

Report :  Sudhir Goyal
Update:2024-07-04 18:49 IST

Moradabad News : 25 दिन...03 मौतें, पहले छात्र...फिर महिला प्रोफेसर और अब एक और छात्र की संदिग्ध मौत के बाद 'शिक्षा का मंदिर' सवालों के घेरे में है, यह मामला मुरादाबाद की तीर्थांकर महावीर यूनिवर्सिटी का है। एक महीने में तीन मौतों के बाद यूनिवर्सिटी को लेकर आमजन में एक रहस्य और भय से परिपूर्ण वातावरण को जन्म दिया है। आज गुरुवार को एक और छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद सवाल उठना लाजिमी है, क्योंकि बीते दिनों हुईं मौतों के रहस्य से पर्दा भी नहीं उठ पाया था कि एक और वारदात हो गई।

जानकारी के मुताबिक, ओशो राज चौधरी झारखंड के रांची का निवासी था। वह एमबीबीएस की पढ़ाई करने के बाद एनेस्थीसिया के लिए दो वर्ष पूर्व ही मुरादाबाद में तीर्थांकर महावीर यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था, वह द्वितीय वर्ष का छात्र था। वह यहां हॉस्टल के कमरा नंबर 103 में रहता था। उसके साथी ने जब सुबह फोन किया जो नहीं उठा। इसके बाद वह दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आने पर खिड़की से देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई, उसका शव पंखे से बेडशीट के सहारे लटक रहा था।

छात्रों से पूछताछ कर रही पुलिस

इसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव हो बाहर निकाला है। जिसे बाद ने पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर बाहर निकाला। पुलिस को कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस साथी छात्रों से पूछताछ कर रही है। इसके साथ ही सीसीटीवी फुटेज भी खंगाल रही है। हालांकि हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल सका है। बता दें कि ओशो राज चौधरी के पिता डॉ. अपूर्व चौधरी झारखंड में सीएमओ थे और उसकी मां राची के सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल हैं। ओशो अपने माता-पिता का इकलौता था, उसके पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। अपने इकलौते बेटे की मौत की सूचना पर मां राची से मुरादाबाद पहुंच चुकी है।

महिला प्रोफेसर का मिला था शव

इस घटना से तीन दिन ही पहले यानी 01 जुलाई, 2024 को ही पैथोलॉजी विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर अदिति मेहरोत्रा का शव यूनिवर्सिटी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर-103 में संदिग्ध हालात में फर्श पर मिला था। उनके गले पर चाकू के निशान पाए गए थे। पुलिस को शव के पास नशीली दवाएं और चाकू मिला था। पुलिस को शक है कि प्रोफेसर की मौत दवाओं के ओवरडोज की वजह से हुई होगी। डॉ. अदिति मूल रूप से हरियाणा के रेवाड़ी में मॉडल टाउन की रहने वाली थीं। वह शादीशुदा थीं, लेकिन पति से उनका तलाक हो गया था। 16 जून को ही उन्होंने मुरादाबाद की TMU में पैथॉलाजी विभाग में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर जॉइन किया था। एसपी सिटी अखिलेश भदौरिया ने बताया था कि मौत की असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल सकेगी। हालांकि सोमवार देर शाम आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट न होने के कारण डॉ. अदिति मेहरोत्रा की मौत का रहस्य गहरा गया है।

बीबीए छात्र ने की थी आत्महत्या

इससे पहले 09 जून, 2024 को बीबीए के छात्र अक्षत जैन ने यूनिवर्सिटी के ब्वॉयज हॉस्टल में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था। छात्र अक्षत जैन आगरा का रहने वाला था। घटना के अगले ही दिन वह अपने घर वापस आगरा जाने वाला था और उसने इस संबंध में अपने घरवालों को भी बताया था। अक्षत जैन की अचानक मौत को परिजनों ने एक रहस्य बताया था और इस संबंध में छात्र के पिता ने तत्कालीन एसएसपी हेमराज मीणा से उच्चस्तरीय जांच की मांग की थी। अक्षत जैन के पिता ने अपनी शिकायत में कहा था- उनके बेटे की मौत संदिग्ध परिस्थतियों में हुई। पुलिस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करके उन्हें इंसाफ दिलाए। 

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