लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती सार्वजनिक मंचों से समाजवादी पार्टी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगाती रहती हैं। सोमवार को जब सपा मुख्यालय में आयोजित संत रविदास जंयती समारोह में सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव नहीं पहुंचे तो हंगामा मच गया। समोराह में मौजूद लोगों में नाराजगी दिखी और लोग कहते दिखे कि लो एक बार फिर मुलायम का दलित प्रेम उजागर हो गया।
आग्रह के बाद भी कार्यक्रम में नहीं रुके राज्यमंत्री
कार्यक्रम में शुरू से लेकर अंत तक अराजकता हावी रही। मंच पर मौजूद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुधीर रावत ने थोड़ी देर तक लोगों को संबोधित किया और फिर चल पड़े। मंच से ही एक पदाधिकारी ने उनसे थोड़ी देर और रुकने का आग्रह किया पर रावत कार्यक्रम में नहीं रुके।
क्या था कार्यक्रम
दरअसल समाजवादी अनु.जाति/जनजाति प्रकोष्ठ ने संत रविदास जयंती पर 19 विक्रमादित्य मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय में एक समारोह का आयोजन किया था। इसमें सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के अलावा पार्टी के सीनियर लीडर और पार्टी के फ्रंटल संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल होना था।
मुलायम के कार्यक्रम में नहीं पहुंचने से नाराजगी
अभी कार्यक्रम की शुरुआत हुई ही थी कि तभी मंच से घोषणा हुई कि सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव नहीं आएंगे। इसके अलावा पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता भी मंच पर मौजूद नहीं था। इसके बाद कार्यक्रम में अराजकता फैल गई। लोग हंगामा करने लगे। वहां मौजूद भीड़ से आवाज आई कि देखो मुलायम का दलित प्रेम एक बार फिर उजागर हो गया।
हंगामा होने के बाद कार्यक्रम सिमटा, दिखी अराजकता
राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री सुधीर रावत भी कार्यक्रम से आनन-फानन में चले गए। तब कुछ लोक गायकों को संत रविदास पर गीत पेश करने के लिए बुलाया गया।
-इसी बीच वहां मौजूद लोग इसका विरोध करने लगे।
-वे लोग अपनी समस्याएं बताना चाहते थे।
-हंगामा बढ़ता देख कार्यक्रम सिमट गया और लोगों को लंच से लेकर जाने के लिए कहा गया।
-हालांकि कार्यक्रम में लंच के बाद वहां कई जिलों से पहुंचे लोगों के साथ पदाधिकारियों का संवाद होना था।
...जब लोहिया सभागार में लगे नारे, मंच पर बैठे पदाधिकारियों के होश उड़े
लोहिया सभागार में मंच पर आसीन पदाधिकारी उस समय सन्नाटे में आ गए। जब कार्यक्रम के ठीक बीच में टीए (टेक्निकल असिस्टेंट) एकता जिंदाबाद के नारे लगने लगे। सपा कार्यालय में कार्यक्रम के बीचो-बीच नारे लगते देख आयोजकों के होश उड़ गए।
-नारे लगा रहे लोगों का कहना था कि वह लक्ष्मण झूला मैदान में 18 दिन से धरना दे रहे हैं। उनकी बात कोई नहीं सुन रहा है।
-इन लोगों का आरोप था कि कृषि विभाग में टीए (टेक्निकल असिस्टेंट) के पद पर चयन के बाद भी उनकी नियुक्ति नहीं हो रही है।