मंत्री राजभर ने EC के खिलाफ खोला मोर्चा, कहा- आधार से लिंक हो वोटर लिस्ट
लखनऊ: यूपी के नगर निकाय चुनाव में वोटर लिस्ट से नेताओं और अफसरों के नाम कटने पर राजनीति गरमाने लगी है। मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने चुनाव आयोग से एक स्वतंत्र एजेंसी से विधानसभा, नगर निकाय और लोकसभा चुनाव के लिए एक वोटर लिस्ट बनाने की मांग की है। गौरतलब है, कि राजधानी में रविवार को मतदान के दौरान वोटर लिस्ट से गायब नामों के लिए उन्होंने डीएम, कमिश्नर और निर्वाचन आयोग को भी जिम्मेदार ठहराया है।
राजभर ने मंगलवार (28 नवंबर) को अपने आवास पर एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में कहा, कि 'राजधानी में वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने पर सिर्फ बीएलओ को सस्पेंड कर दिया गया। पर इसके लिए बड़े अफसरों समेत निर्वाचन आयोग भी जिम्मेदार हैं। यह व्यवस्था तभी सुधरेगी, जब वोटर लिस्ट को भी आधार कार्ड से लिंक करा दिया जाए।' मंत्री ने कहा, कि 'सभी चुनाव में मतदान करने की आयु सीमा 18 साल होती है। ऐसे में अलग-अलग चुनावों के लिए अलग वोटर लिस्ट क्यों बनाई जाए?'
गुजरात में भाजपा के खिलाफ प्रत्याशी उतारने की तैयारी
वहीं, भासपा गुजरात चुनावों में बीजेपी के खिलाफ प्रत्याशी उतारने की भी तैयारी कर रही है। चूंकि, यूपी में भासपा का बीजेपी से गठबंधन है और पार्टी मुखिया स्वयं सरकार में मंत्री हैं, ऐसे में पार्टी की यह तैयारी बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व को चुभ रही है। राजभर के समर्थकों का कहना है, कि पार्टी गुजरात चुनाव में एक दर्जन से ज्यादा कैंडिडेट उतारने की तैयारी कर रही है। आपको बता दें, कि निकाय चुनाव में भी पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारे हैं।