Meerut News: पकड़ा गया ट्रैक्टर चोरों का गिरोह, आठ ट्रैक्टर बरामद

Meerut News: मुखबिर की सूचना पर अन्तरजनपदीय ट्रैक्टर चोरों के गिरोह के चार सदस्यों को परिक्षितगढ़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Shweta
Update: 2021-10-09 15:45 GMT

कॉन्सेप्ट फोटो (फोटोः सोशल मीडिया)

Meerut News: जनपद की पुलिस (Police) को आज एक बड़ी कामयाबी मिली है। परिक्षितगढ़ थाना पुलिस ने शनिवार को एक अन्तरजनपदीय ट्रैक्टर चोरों के गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर चोरी किए गए आठ ट्रैक्टर और ट्राला बरामद किये हैं। वहीं तीन आरोपी मौके से फरार हो गए हैं। पुलिस गिरोह के फरार सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण केशव कुमार ने आज शा्म पुलिस को मिली इस कामयाबी की जानकारी देते हुए बताया कि मुखबिर की सूचना पर अन्तरजनपदीय ट्रैक्टर चोरों के गिरोह के चार सदस्यों को परिक्षितगढ़ थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

जिसमें पुलिस ने शहजाद पुत्र साबिर निवासी चरस मौहल्ला धोलाना अड्डा थाना गुलावटी जिला बुलंदशहर, यासीन पुत्र शराफत निवासी कलौंदा थाना जारचा जनपद नोएडा, असलम पुत्र रिफाकत निवासी रछौती थाना बहादुर गढ़ हापुड़ और खालिद पुत्र रिफाकत निवासी रछौती थाना बहादुर गढ़ हापुड़ को गिरफ्तार किया है। वहीं गिरोह के अन्य सदस्य अफजाल पुत्र शकूर निवासी खतौली जनपद मुजफ्फरनगर, नजर मौहम्मद पुत्र बुंदु निकलौंदा थाना जारचा जनपद नोएडा और आसिफ पुत्र अज्ञात निवासी सिवालखास थाना जानी मेरठ मौके से फरार हो गए। पुलिस ने पकड़े गए सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। साथ ही पुलिस ने अलग-अलग कंपनियों के आठ ट्रैक्टर आरोपियों के पास से बरामद किए हैं।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के अनुसार आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हमारे गिरोह में यासीन, शहजाद, अफजाल, नजर मौहम्मद और आसिफ के अलावा अमजद पुत्र अमानत उर्फ करामत निवासी अतरासी थाना रजबपुर जिला अमरोहा, जावेद पुत्र खुसनूद निवासी लगलासाहू थाना भावनपुर जिला मेरठ और पुष्पराव पुत्र रुल्ला निवासी भसानी इस्लामपुर थाना थानाभवन शामली शामिल हैं।

वहीं आरोपी शहजाद, यासीन, अफजाल, नजर मौहम्मद और आसिफ ट्रैक्टर चोरी का काम करते हैं। जिसके बाद चोरी किए ट्रैक्टरों को अमजद को देते हैं। जिसके बाद वह इन ट्रैक्टरों पर असली इंजन नंबर और चैसिस नंबर को ग्राईण्डर से घिसवाकर पार्टिकुलर निकालकर दूसरे ट्रैक्टर के इंजर नंबर और चैसिस नंबर गुदवा देते हैं। जिसके बाद जावेद इन ट्रैक्टरों की अपने बहनोई पुष्पराव से फर्जी तरीके से आरसी बनवाता है। फिर इसके बाद इन ट्रैक्टरों को मार्केट में असली बताकर बेच दिया जाता है। जिसके बाद सभी आरोपी बराबर-बराबर हिस्सा बांट लेते हैं। 

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