President in Mathura: डेढ़ घंटे तक कृष्णा कुटीर में रहे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, माताओं से की मुलाकात
President in Mathura: बांके बिहारी जी के दर्शन करने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का काफिला कृष्णा कुटीर पहुंचा। करीब डेढ़ घंटे तक कृष्णा कुटीर में रहे और राष्ट्रपति ने माताओं से उनका हालचाल भी जाना
President Ram Nath Kovind In Mathura: बांके बिहारी जी के दर्शन करने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) का काफिला कृष्णा कुटीर (Krishna Kutir) पहुंचा। जहां वहां रह रही माताओं ने उनका तिलक लगाकर और भजन गा कर स्वागत किया। इसके बाद राष्ट्रपति ने कृष्णा कुटीर का निरीक्षण किया। करीब डेढ़ घंटे तक कृष्णा कुटीर में रहे और राष्ट्रपति ने माताओं से उनका हालचाल भी जाना।
माताओं द्वारा बनाए जा रहे प्रोडेक्ट को भी देखा
कृष्णा कुटीर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने वहां विभिन्न उत्पादों के लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण किया। यह उत्पाद आश्रय सदन में रह रही माताओं द्वारा बनाए गए थे। कृष्णा कुटीर आश्रय सदन में रह रही माताएं यहां आत्मनिर्भर बनने के लिए भगवान की पोशाक, कंठी माला, अगर बत्ती, आचार आदि उत्पाद बना रही हैं। माताओं द्वारा किए जा रहे इस प्रयास की राष्ट्रपति ने सराहना की।
माताओं से उनके स्थान पर जा कर की मुलाकात
कृष्णा कुटीर पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने पहले निरीक्षण किया उसके बाद वह माधव हाल में पहुंचे। जहां उनके स्वागत में कार्यक्रम रखा गया था। यहां करीब 200 माताओं से राष्ट्रपति ने उनके स्थान पर जा कर मुलाकात की। राष्ट्रपति ने माताओं का हाथ जोड़कर अभिवादन किया। राष्ट्रपति के साथ प्रथम महिला और उनकी पत्नी सविता कोविंद के अलावा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी वेन पटेल व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा गन्ना विकास और चीनी मिल मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, बाल पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य (Minister Baby Rani Maurya) भी मौजूद रहीं।
राष्ट्रपति से माताएं बोली राधे राधे
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलकर आश्रय सदन में रह रही माताएं खुश नजर आईं। आगरा की रहने वाली महिला राधा ने बताया कि वह 2 महीने पहले यहां आई थी लेकिन कभी नहीं सोचा था की राष्ट्रपति से उनकी मुलाकात होगी इतना सम्मान मिलेगा। आश्रय सदन में 4 वर्ष से रह रही एक अन्य माता ने बताया कि हमने उनसे राधे राधे बोला उन्होंने हमसे भी राधे राधे कहा वह हमारी कुर्सी पर ही मिलने आए यह बहुत बड़ी बात है। यह कहते हुए माता की आंख नम हो गई।
सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक बोले उनका आना सबसे बड़ा आश्वाशन
सामाजिक संस्था सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक विंदेश्वरी पाठक ने बताया कि माताओं के बीच इतनी बड़ी हस्ती का पहली बार आना ही सबसे बड़ा आश्वाशन है। विंदेश्वरी पाठक ने बताया कि राष्ट्रपति ने अपने उद्बोधन में कहा कि इन माताओं को आगे ले जाना है तो सभी का सतत प्रयास जरूरी है। उन्होंने कहा कि उनके प्रति जो स्टिगमा है उसे हटना चाहिए।
राष्ट्रपति ने माताओं को भेंट की साड़ी और उपहार
कृष्णा कुटीर के दौरे के दौरान राष्ट्रपति ने माताओं को साड़ी और उपहार भेंट किए। करीब 200 माताओं को राष्ट्रपति ने उपहार दिए। राष्ट्रपति के हाथों साड़ी और उपहार मिलने से महिलाएं खुश नजर आईं।