विवाह के दिन नहीं आयी बारात: कन्या पक्ष को मिल रही हैं धमकियां, जानें पूरा मामला
सुमन का कहना है कि शादी न होने की वजह से उसका परिवार पहले से ही सदमें में था। अब गालियां और धमकी मिलने के बाद उसके परिवार की दशा और भी दयनीय हो गयी है।
आजमगढ़: विवाह के दिन बारात नहीं आयी। बारात का इंतजार कर रहे घराती पक्ष उस समय पूरी तरह मायूस हो गये जब अगुवा ने फोन करके यह जानकारी दी कि बारात आयेगी ही नहीं। इन स्थितियों के बीच जब यह मामला पुलिस के पास पहुंचा तो कन्या पक्ष को धमकियां मिलने लगी। ऐसे में कन्या पक्ष की ओर से पुलिस कप्तान को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी गयी है।
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रामकिशुन राम को फोन करके बताया कि बारात नहीं आयेगी
गुरूवार को पुलिस कप्तान को दिये गये प्रार्थना पत्र में कंधरापुर थाना क्षेत्र के बस्ती उगरपट्टी गांव की रहने वाली सुमन पुत्री रामकिशुन राम ने कहा है कि तहबरपुर थाना क्षेत्र के खुटौली गांव के रहने वाले गयाराम व बलविन्दर उर्फ बिट्टू पुत्र लालचंद की मध्यस्थता से उसका विवाह 10 नवम्बर को आगरा जिले के शेख गांव के रहने वाले जितेंद्र पुत्र खेदार के साथ तय थी। उसकी शादी की तय तिथि को शाम करीब सात बजे अगुवा गयाराम व बलविन्दर उर्फ बिट्टू ने उसके पिता रामकिशुन राम को फोन करके बताया कि बारात नहीं आयेगी। वजह पूछने पर उसने अपना मोबाइल स्विच आफ कर दिया।
...उसे वापस ले लो,नहीं तो तुम लोगों को जान से मार दिया जायेगा
इन स्थितियों के बीच उसके गांव के लोगों ने डायल 112 पुलिस को जरिए फोन सूचना दी। ऐसे में पुलिस अगुवा बलविन्दर के पिता लालचंद को थाने पर लायी थी लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। उसके पिता ने कंधरापुर थाने में भी तहरीर दे रखी है मगर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। सुमन ने यह भी आरोप लगाया कि 14 नवम्बर को सुबह 8.30 बजे उसकी जिसके साथ शादी होने वाली थी उसने अपने मोबाइल से उसके भाई के मोबाइल पर फोन करके गालियां देते हुए कहा कि जितेंद्र व गयाराम के नाम से पुलिस को प्रार्थना पत्र दिये हो,उसे वापस ले लो,नहीं तो तुम लोगों को जान से मार दिया जायेगा।
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शादी की तैयारियों में उसके पिता का लाखों रुपये खर्च हो गया
सुमन का कहना है कि शादी न होने की वजह से उसका परिवार पहले से ही सदमें में था। अब गालियां और धमकी मिलने के बाद उसके परिवार की दशा और भी दयनीय हो गयी है। उसका यह भी कहना है कि शादी की तैयारियों में उसके पिता का लाखों रुपये खर्च हो गया। बारात भी नहीं आयी।
रुपयों के नुकसान के साथ-साथ सामाजिक मान प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। इसके बाद अब उसका परिवार धमकी व गालियों का सामना कर रहा है। पुलिस कप्तान से आपबीती बताते हुए सुमन ने न्याय की गुहार लगायी और कहा कि इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही किया जाना न्यायसंगत होगा।