Bhadohi News: पांच साल में नहीं बना रेलवे क्रासिंग पर पुल, ट्रेन से कटकर मरा दिव्यांग युवक
Bhadohi Railway Crossing : भदोही के रेलवे क्रॉसिंग पर गुरुवार को एक दिव्यांग युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई।
Bhadohi Railway Crossing : हादसे से मौतें तो अक्सर होती रहती हैं । लेकिन भदोही (Bhadohi) में गुरुवार को एक दिव्यांग युवक (Handicapped Youth) की ट्रेन से कटकर हुई मौत ने वहां मौजूद लोगों को भी दुखी कर दिया। हादसे में मरने वाले युवक की पत्नी भी दिव्यांग है। रेलवे क्रासिंग पर हुए हादसे के बाद लोगों में इस बात को लेकर भी गुस्सा दिखा कि पिछले पांच साल के दौरान आज तक रेलवे लाइन पर पुल नहीं बन सका।
भदोही रेलवे ओवरब्रिज हादसा
भदोही कोतवाली के गजिया रेलवे क्रांसिंग पर उपरिगामी पुल का निर्माण शुरू हुए पांच साल से भी ज्यादा हो गया। प्रदेश की पिछली समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान गजिया रेलवे क्रासिंग पर रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण का एलान और शिलान्यास कराया गया था। पुल बनते हुए पांच साल से भी ज्यादा का वक्त हो गया है। इसी रेलवे क्रासिंग पर गुरुवार को एक दिव्यांग युवक जय तिवारी की हादसे में मृत्यु हो गई। बताया जाता है कि दिव्यांग युवक जब रेलवे लाइन पार करने के लिए अपनी मोटरसाइकिल के साथ पहुंचा तो उसी समय वाराणसी से प्रयागराज की ओर जा रही मालगाड़ी भी वहां पहुंच गई। दिव्यांग युवक अपने को संभाल नहीं सका और रेलवे ट्रैक पर ही गिर गया। उसके उठने से पहले ही मालगाड़ी ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना स्थल के ठीक बगल में रेलवे स्टेशन होने के बावजूद आरपीएफ और जीआरपी पुलिस घंटो बाद तक नहीं पहुंची जबकि हादसे में मोटरसाइकिल भी ट्रेन में फंसकर कई सौ मीटर दूर तक चली गई।
हादसे की जानकारी मिलने के बाद कस्बा चौकी इंचार्ज प्रवीण ओझा और रजपुरा चौकी इंचार्ज अविनाश प्रकाश राय मौके पर पहुंचे। मृत युवक के शव को ट्रैक से दूर हटवाकर परिजनों को सूचना दी गई। चौकी इंचार्ज ने बताया कि मृत युवक मोढ़ बाज़ार का रहने वाला दिव्यांग जय तिवारी है। उसकी अभी हाल फिलहाल में ही शादी हुई है। उसकी पत्नी भी दिव्यांग है और 3 महीने की गर्भवती भी है। जय तिवारी की आर्थिक हालत बेहद खराब है। इस हादसे को देखने और सुनने वाले भी दुखी दिखाई दिए। हालांकि कुछ लोग इस बात से खासे आक्रोशित दिखे कि पांच साल में भी इस पुल का निर्माण नहीं हो सका। अगर पुल बन गया होता तो इस तरह का हादसा नहीं होता। स्थानीय लोगों का कहना है कि अक्सर होने वाले हादसों से भी सरकारी अधिकारी चेत नहीं रहे हैं।