Manish Gupta Murder Case: एक लाख के इनामी इंस्पेक्टर जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा गिरफ्तार

इससे पहले गोरखपुर पुलिस की आठ टीमें आरोपित छह पुलिसवालों की तलाश में लगी थी।

Update: 2021-10-10 13:16 GMT

इनामी इंस्पेक्टर जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा गिरफ्तार (Photo - Newstrack)

Manish Gupta Murder Case। कानपुर के रियल इस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता (Manish Gupta Hatyakand Aaropi Giraftar) की होटल में पीट-पीट कर हत्या के आरोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह और अक्षय मिश्रा को रविवार की शाम रामगढ़ताल क्षेत्र से गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गोरखपुर के एसएसपी विपिन टांडा ने इसकी पुष्टि की है। एक लाख का इनाम घोषित होने के बाद इन्हें इनकाउंटर का भय सताने लगा है। हालांकि मामले में चार अन्य आरोपी अभी भी फरार बताये जा रहे हैं। सभी कोर्ट में सरेंडर करने की तैयारी में हैं।

गिरफ्तार मनीष गुप्ता हत्याकांड का आरोपी (Manish Gupta Hatyakand Aaropi Giraftar)

गोरखपुर पुलिस द्वारा इंस्पेक्टर जेएन सिंह और दरोगा अक्षय मिश्रा को गिरफ्तार करने की जानकारी एसआईटी को दी गई है। एसआईटी उनसे पूछताछ कर रही है। इससे पहले गोरखपुर पुलिस की आठ टीमें आरोपित छह पुलिसवालों की तलाश में लगी थी। दो मुख्य आरोपितों की गिरफ्तारी के साथ ही अन्य पर भी भारी दबाव बनाया जा रहा है। वहीं एक आरोपित विजय यादव ने हाईकोर्ट में सरेंडर की अर्जी डाली है।


मीनाक्षी ने उठाए थे सवाल

मनीष् गुप्ता (Manish Gupta Hatyakand Aaropi Giraftar) की पत्नी को रविवार को कानपुर में ओएसडी पद पर ज्वाइनिंग को लेकर पत्र दिया गया। जिसके बाद उन्होंने कहा कि नौकरी से अधिक अहम हत्या करने वाले पुलिस वालों की गिरफ्तारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मीनाक्षी को भरोसा दिया था कि सभी आरोपियों की गिरफ्तारी होगी और उन्हें कड़ी सजा मिलेगी।


गोरखपुर एसएसपी पुलिस को क्लीन चिट दे रहे थे

कानपुर के रियल इस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता हत्याकांड (Manish Gupta Hatyakand Aaropi Giraftar) में गोरखपुर के एसएसपी विपिन टांडा जिन पुलिस वालों को क्लीन चिट दे रहे थे, उन्हें उनके ही मातहत अब दोषी करार दे रहे हैं। एसएसपी द्वारा ही एसपी नार्थ की सौंपी जांच पूरी होने के बाद जो तथ्य सामने आए हैं, वह पुलिस की बर्बरता की कहानी खुद तस्दीक कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस वालों ने कदम-कदम पर अनुशासनहीनता की और मर्यादा को तार-तार किया। कानपुर के रियल इस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर पुलिस द्वारा पीट-पीट कर की गई हत्या की परतें खुल रही हैं। पुलिस ने न सिर्फ पिटाई से होटल के कमरे में ही बेसुध मनीष गुप्ता को जानवर की तरह गाड़ी में बिठाया बल्कि डॉक्टरों पर दबाव बनाकर मुर्दे का इलाज कराया। एसपी नार्थ ने छह पुलिस वालों की बर्खास्तगी की संस्तुति की है। 

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