राकेश टिकैत की हुंकार: 13 मार्च को जायेंगे कोलकाता, नहीं होगी ममता से मुलाकात
भारतीय किसान यूनियन के नेता टिकैत ने आज जिला मुख्यालय से तकरीबन 32 किलोमीटर दूर गुलाबों की नगरी के रूप में जाने जाने वाले सिकंदरपुर के चेतन किशोर के मैदान में किसान महा पंचायत को सम्बोधित किया ।
बलिया। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत 13 मार्च को कोलकाता जाएंगे तथा किसानों से बातचीत करेंगे । किसानों से चुनाव पर चर्चा होगी । भाजपा को पराजित करने का आहवान करेंगे , लेकिन किसी राजनैतिक दल का समर्थन नही करेंगे । उनकी पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात नही होगी । उन्होंने स्पष्ट किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बातचीत करने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा । उन्होंने कहा कि वह केंद्र सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं ।
ये भी पढ़ें...कंगना पर बड़ी खबर: अब कोर्ट ने मांगा जवाब, पुलिस फाइल करेगी एक्शन टेकन रिपोर्ट
13 मार्च को कोलकाता
भारतीय किसान यूनियन के नेता टिकैत ने आज जिला मुख्यालय से तकरीबन 32 किलोमीटर दूर गुलाबों की नगरी के रूप में जाने जाने वाले सिकंदरपुर के चेतन किशोर के मैदान में किसान महा पंचायत को सम्बोधित किया । उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए जानकारी दी कि वह 13 मार्च को कोलकाता जाएंगे । कोलकाता से निर्णायक संघर्ष का बिगुल फूकेंगे । वह किसानों से बातचीत करेंगे ।
पश्चिम बंगाल के किसान त्रस्त हैं । किसानों से चुनाव पर चर्चा होगी । उन्होंने इसके साथ ही कहा कि वह पश्चिम बंगाल वोट मांगने नही जा रहे हैं । यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात होगी , उन्होंने स्पष्ट किया कि ममता बनर्जी से मुलाकात का कोई कार्यक्रम नही है ।
यह पूछे जाने पर कि पश्चिम बंगाल सहित पांच राज्यों में होने वाले चुनाव में किसी राजनैतिक दल का समर्थन करेंगे , उन्होंने कहा कि भाजपा को पराजित करने का आहवान किया जा चुका है । वह चुनाव में किसी राजनैतिक दल का समर्थन नही करेंगे । यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी अभी भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कोई आशा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के बातचीत करने तक आंदोलन जारी रहेगा । उन्होंने इसके साथ ही कहा कि वह केंद्र सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं । भारत सरकार बात करेगी तो बात करेंगे । उन्होंने एक सवाल के जबाब में स्पष्ट किया कि उन्हें चुनाव नही लड़ना है और न ही उनकी प्रधानमंत्री बनने की कोई इच्छा है ।
ये भी पढ़ें...किसान आंदोलन: अलख जगाने निकले टिकैत, केंद्र सरकार के खिलाफ भरी हुंकार
यह किसानों की लड़ाई
इसके पूर्व भारतीय किसान यूनियन के नेता टिकैत ने किसान महा पंचायत को सम्बोधित करते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा । उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिये बगैर कहा कि दिल्ली से लुटेरों को भगाना है । वह आखिरी बादशाह साबित होगा । उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन को क्षेत्रवाद में विभाजित करने की जरूरत नही है ।
उन्होंने किसानों के आंदोलन को हिंदुत्व का तड़का देते हुए कहा कि उनके पूर्वज भी अयोध्या के थे । वह भी भगवान राम के वंशज हैं उन्होंने इसके साथ ही कहा कि यह किसानों की लड़ाई है । उन्होंने कहा कि किसान बर्बाद हो चुका है । आंदोलन की शुरुआत हो गई है ।
आंदोलन को लेकर मतभेद को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि अब कोई भी झंडे को लेकर एतराज नही करता । उन्होंने इसके साथ ही कहा कि एकजुट न होने के कारण ही किसान लूटे हैं । उन्होंने कहा कि राजनैतिक दल भी अब किसान पंचायत करने लगे हैं । उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 आंदोलन का वर्ष होगा ।
लड़ाई को तेज करने का आहवान
उन्होंने दावा किया कि देश में एक हजार से अधिक आंदोलन हो रहे हैं । उन्होंने कहा कि भारत के किसानों के आंदोलन की अनुगूँज पूरी दुनिया में होने लगी है । उन्होंने किसानों से लड़ाई को तेज करने का आहवान किया । उन्होंने आंदोलन को किसानों के आत्मसम्मान का प्रतीक करार देते हुए आगाह किया कि किसान पराजित हो गया तो मजदूर व नौजवान भी पराजित हो जायेगा ।
उन्होंने कहा कि पूरी ताकत के साथ संगठित होकर लड़ाई लड़नी है । उन्होंने किसानों से कहा कि वह अपने ट्रेक्टर व ट्राली को सही कर ले । उन्होंने एक गांव , एक ट्रेक्टर व 15 आदमी का नारा दिया तथा कहा कि दस दिन की तैयारी कर ले । कभी भी दिल्ली कूच करने के लिए आहवान किया जा सकता है । उन्होंने बिहार में भी आंदोलन को धार देने का आहवान किया ।
ये भी पढ़ें...महानायक अमिताभ बच्चन को मिलेगा यह इंटरनेशनल अवॉर्ड, फैंस में खुशी की लहर
रिपोर्ट- अनूप कुमार हेमकर