Lakhimpur Kand में दर्ज दूसरी FIR पर भी जांच शुरू, नई टीम का गठन, टीम सबूतों को एकत्रित करने के काम मे जुटी

पुलिस की चार्जशीट को पुख्ता सबूतों के साथ न्यायालय में पेश करने में काफी बड़ी मदद कर रहे हैं।

Report :  Sandeep Mishra
Published By :  Ragini Sinha
Update: 2021-10-16 10:03 GMT

लखीमपुर कांड में दर्ज दूसरी FIR पर भी जांच शुरू, नई टीम का गठन, टीम सबूतों को एकत्रित करने के काम मे जुटी

Lakhimpur Kher: देश के सबसे चर्चित लखीमपुर तिकोनियाँ कांड (Lakhimpur Tikoniya case) में यूपी पुलिस (Up police) को इस घटना से सम्बंधित कुछ सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) भी मिले हैं। इन फुटेज से इस कांड में गिरफ्तार किए गए मंत्री पुत्र आशीष मिश्र (Ashish Mishra)व अन्य आरोपियों की मुश्किलें बढ़ सकती है। इस कांड की जांच कर रही दूसरी समिति ने लोगों से अपील की है कि इस कांड से सम्बंधित अन्य कोई वीडियो हों तो पुलिस को उपलब्ध कराएं। SIT ने कहा कि इस तरह के वीडियो को उपलब्ध करवाने वालों की पहचान गोपनीय रखी जायेगी।

इस कांड से सम्बंधित अब तक 39 वीडियो जांच टीम को मिल चुके हैं (Lakhimpur Kher case videos)

इस मामले की जांच इस समय बहुत तेजी से पुलिस कर रही है। जांच टीम न केवल गवाहों के बयान दर्ज कर रही है, बल्कि इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को भी जुटाने में ज्यादा फोकस रही है। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने अब तक 39 वीडियो सबूत इकट्ठे किए हैं। जो पुलिस की चार्जशीट को पुख्ता सबूतों के साथ न्यायालय में पेश करने में काफी बड़ी मदद कर रहे हैं। इस मामले के लिए गठित ये दूसरी जांच समिति इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य एकत्र करने में तेजी ला रही है। ताकि न्यायालय के सामने उन्हें मजबूत सबूत के साथ पेश किया जा सके।

साक्ष्यों किया जा रहा है सूचीबद्ध

लखीमपुर तिकोनियाँ हिंसा (Lakhimpur Tikoniya case) के मामले में डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल (Lakhimpur Kheri violence DIG Upender agrawal) की अध्यक्षता में एक नई जांच समिति और गठित की गयी है। समिति हर बिंदु की जांच करने में जुटी है। समिति एक-एक करके सभी सबूतों को लिंकबद्ध कर रही है। ताकि मौके पर मिले साक्ष्यों को अलग से सूचीबद्ध किया जा सके। समिति इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, गवाहों के बयान और फोरेंसिक/बैलिस्टिक जांच रिपोर्ट का मिलान भी कर रही है।ताकि कोर्ट में मजबूत सबूत पेश कर दोषियों को सजा दिलाई जा सके।यही नहीं, समिति आरोपियों के दर्ज बयानों से इन साक्ष्यों का सत्यापन भी करा रही है।

लखीमपुर तिकोनियाँ कांड (Lakhimpur Tikoniya case) में दर्ज दूसरी एफआईआर की भी जांच शुरू

असल में आशीष मिश्रा (Lakhimpur Kheri violence Ashish Mishra Arrested) की गिरफ्तारी के बाद सबूतों को एकत्रित करने में किसी भी तरह की चूक व लापरवाही न हो इसके लिये यह एक और नई जांच कमेटी शासन की तरफ से गठित की गई है।इस जांच कमेटी ने सबूतों को एकत्र करने का काम तेज कर दिया है। समिति ने साफ कहा था कि जो भी इस मामले में सबूत मुहैया कराएगा, उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। इसका असर अब देखने को भी मिल रहा है क्योंकि जिन लोगों के पास इस कांड से सम्बंधित वीडियो हैं, वह समिति या पुलिस को मुहैया करा रहे हैं लिहाजा पुलिस अभी तक 39 वीडियो को एकत्रित कर चुकी है।लखीमपुर तिकोनियाँ हिंसा के मामले में दर्ज दूसरी एफआईआर (FIR) पर भी इस टीम ने अपनी जांच शुरू कर दी है।अभी तक करीब 12 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वहीं इन लोगों को जल्द ही क्राइम ब्रांच में पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।

आयोजन स्थल की भी पूरी वीडियो रिकार्डिंग भी ली गयी (Lakhimpur Kheri violence)

यह जांच टीम घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी (Lakhimpur Kheri violence CCTV) फुटेज की जांच कर रही है। फिलहाल इस टीम ने घटनास्थल के आसपास से सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया है ।पेट्रोल पंप, राइस मिल की वीडियो फुटेज को अपने कब्जे में लिया है। इसके साथ ही केंद्रीय गृह राज्य मंत्री (Union Minister of State for Home) के गांव तक के दुकानों में लगाए गए सीसीटीवी फुटेज (Lakhimpur Kheri violence CCTV Footage) को भी एकत्र किया गया क्योंकि आरोपी आशीष मिश्रा का दावा है कि घटना स्थल पर वह नहीं था। पुलिस ने इस मामले में उस व्यक्ति से भी पूछताछ की है, जिसने दंगे में आयोजन स्थल की पूरी वीडियो रिकार्डिंग की थी। पुलिस मोबाइलों की लोकेशन को भी मजबूत आधार बना रही है और इसके लिए सबूतों को एकत्रित कर रही है। अभी तक पुलिस ने जांच के दौरान वैज्ञानिक आधार पर जितने भी साक्ष्य एकत्र किए हैं, उन्हें कोर्ट में नकारना किसी भी आरोपी के लिए मुश्किल होगा।

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