अखिलेश ने BJP पर फिर साधा निशाना, बोले- लोगों के काम-धंधे छीन रही सरकार
कोरोना संकट के कारण जहां सभी एक-दूसरे से दूरी बना कर चल रहे हैं। भीड़ जुटाने पर पाबंदी लगी हुई है तो इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रोज ही कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉलिंग के जरिए सम्पर्क कर रहे हैं।
मनीष श्रीवास्तव
लखनऊ: कोरोना संकट के कारण जहां सभी एक-दूसरे से दूरी बना कर चल रहे हैं और भीड़ जुटाने पर पाबंदी लगी हुई है तो इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव रोज ही विभिन्न जिलों के पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं से वीडियो कॉलिंग के जरिए सम्पर्क कर रहे हैं। सपा अध्यक्ष वीडियो कॉलिंग के जरिए अपने कार्यकर्ताओं से जिले की समस्याओं पर तो बात कर ही रहे हैं, साथ ही संगठन के पेच कस रहे है।
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वीडियो कॉलिंग पर कार्यकर्ताओं से की बात
इसी क्रम में रविवार को सपा अध्यक्ष ने वाराणसी जिलें के कार्यकर्ताओं-नेताओं के साथ मछुआरा व बुनकर समाज के लोगों से वीडियो काॅलिंग के माध्यम से सम्पर्क किया तो उन्हें बताया गया कि प्रधानमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में जनता परेशान है। शहर की सांस्कृतिक गरिमा नष्ट की जा रही है। इस पर अखिलेश ने कहा कि भाजपा राज में जिस तरह नाविक, बुनकर तथा दूसरे छोटे-मोटे काम करके जीविका कमाने वालों को दिक्कतें आ रही हैं, उससे उनमें गहरा आक्रोश है। इन गरीबों के लिए सपा सरकार में कई कदम उठाए गए थे। जिनके अच्छे परिणाम निकले थे। कारीगरों की जिंदगी में बदलाव आया था। भाजपा ने उनके काम धंधे में ही रुकावट पैदा कर दी।
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नाविकों ने बताई समस्या
मछुआरा समाज और बुनकरों के प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं हुए कहा कि सपा सरकार में उन्हें जो सुविधाएं मिली थीं, भाजपा सरकार ने उन्हें बंद कर दिया है। अब वे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं। लोकतंत्र में जनता का इतना उत्पीड़न कभी नहीं हुआ। भाजपा तानशाही चला रही है। अखिलेश ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे वर्ष 2022 की तैयारी में जुट जाए। रूके हुए विकास को आगे बढ़ाने के लिए सपा सरकार का बनना राज्य के हित में है। इसी दौरान वाराणसी के किशन दीक्षित के साथ नाविक संघ के अध्यक्ष प्रदीप साहनी ‘सोनू‘, पार्षद मिथलेश साहनी ‘बच्चा‘ ने भी अपनी परेशानियां बताई।
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पार्षद ने करवायी वीडियो कॉलिंग
प्रदीप साहनी ‘सोनू‘ ने बताया कि भाजपा राज में विकास के नाम पर कमजोर वर्ग के लोगों को परेशान किया जा रहा है। यहां विकास की जगह विनाश को बढ़ावा मिल रहा है। गरीब आदमी रोजी-रोटी को लेकर तो परेशान है ही अब उसके सिर की छत भी छीनी जा रही है। पार्षद मिथलेश साहनी ‘बच्चा‘ ने सपा अध्यक्ष को बताया कि वाराणसी के राजघाट के किनारे मछुआरा समाज के लोग रहते हैं, यहां 50 परिवारों को उजाड़ दिया गया।
पार्षद ने बताया कि श्रीमती मधु साहनी की झोपड़ी पर कोर्ट का स्टे था तब भी उसे तोड़ दिया गया। उनको कोई मुआवजा भी नहीं दिया गया। अब रोजी-रोटी का संकट है। चार माह से नाव चलना बंद है। जबकि प्रदीप साहनी ‘सोनू‘ ने कहा कि भाजपा हम लोगों की तकलीफों पर ध्यान नहीं देती है। सपा से ही आशा है। भाजपा तो मदद करने से रही। भाजपा राज में संकट हैं, जीना मुश्किल है। नाविकों के सामने भरण पोषण की समस्या है।
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बुनकर बेचने लगे हैं सब्जी
इसी तरह वाराणसी सेे मनोज राय धूपचंड़ी ने अखिलेश यादव को बुनकरों के दिन प्रतिदिन बिगड़ते हालात की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भाजपा राज में बुनकर समाज के सामने घोर आर्थिक संकट है। उनका कामकाज बंद है। कारोबार का बुरा हाल है। माल बिक नहीं रहा है। बुनाई बंद है। कर्ज या उधार से लोग जीवनयापन कर रहे हैं। बुनकरों को कोई मदद नहीं मिली। प्रधानमंत्री के बहुचर्चित पैकेज का भी कोई फायदा नहीं मिला है? बुनकर प्रतिनिधियों ने बताया कि परेशान हाल कारीगर अब सब्जी बेचने लगे हैं।
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वार्ता के दौरान ये रहे मौजूद
सरकार बुनकरों की परेशानी सुनना नहीं चाहती है। सपा सरकार आएगी तभी उन सबको विश्वास है कि उन्हें राहत मिल पाएगी। वाराणसी के लूम संचालक इसरार अहमद ‘गुल्लू‘ धागा मशीन चलाने वाले मोइनुद्दीन अंसारी, लूम कारीगर अजीमुद्दीन अंसारी तथा सऊद अहमद के अलावा लूम चलाने वाले हाजी जुबैर व परवेज आलम, हाफिज अनवार अहमद साड़ी में लगने वाले धागा के विक्रेता अखिलेश यादव की वार्ता के दौरान मौजूद थे। उन्होंने कुछ सब्जी बेचने वालों से भी बात की और उनका हाल जाना तो जानकारी मिली कि यह वही लूम कारीगर है जो सब्जी बेचने को मजबूर है।
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