Gorakhpur नाव हादसा: सवार थे 5 बच्चों समेत 9 लोग, अचानक से पलटी शिकारा
जीडीए की अनुमति से संचालकों ने 40 लाख खर्च कर दो शिकारा मंगाया है। इसका ट्रायल किया जा रहा था। संचालकों ने ट्रायल के दौरान ही 5 बच्चों, दो पुरूष और दो महिला को बिठा लिया। इसी दौरान तेजी से आ रही स्पीड बोट शिकारा से टकरा गई। शिकारा अनियंत्रित होकर पलट गई।
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिनों जम्मू-कश्मीर की तर्ज पर शिकारा उतारने की बात कही थी। रविवार को संचालकों ने ट्रायल में ही पांच बच्चों समेत नौ लोगों को बिठा लिया। अचानक एक स्पीड बोट शिकारा से टकरा गई। जिससे शिकारा पलट गई। शिकारा में बैठे 5 बच्चे, दो पुरूष और दो महिला डूबने लगे। लोग बचाव-बचाव चिल्लाने लगे। जिसके बाद सभी को जैसे-तैसे झील से सुरक्षित निकाला गया। अब झील में बोटिंग के दौरान अपनाये जा रहे सुरक्षा इंतजाम को लेकर सवाल उठ रहे हैं। पिछले वर्ष फरवरी महीने में जार्बिंग बॉल में एक छात्र की दम घुटने से मौत हो गई थी।
ट्रायल में ही 5 बच्चों, दो पुरूष और दो महिला को बिठा लिया
गोरखपुर के रामगढ़ झील में रविवार को शिकारा उतारी गई थी। जीडीए की अनुमति से संचालकों ने 40 लाख खर्च कर दो शिकारा मंगाया है। इसका ट्रायल किया जा रहा था। संचालकों ने ट्रायल के दौरान ही 5 बच्चों, दो पुरूष और दो महिला को बिठा लिया। इसी दौरान तेजी से आ रही स्पीड बोट शिकारा से टकरा गई। शिकारा अनियंत्रित होकर पलट गई।
अफरातफरी में सभी झील में कूद गए। बच्चे रोने लगे। गनीमत यह थी कि जहां पर यह नाव पलटी वहां पर पानी अधिक नहीं था और तत्काल दूसरे नाविकों ने पानी में गिरे लोगों को बचा लिया। पिछले कुछ महीनों से जीडीए के द्वारा रामगढ़ झील में नौकायन हो रहा है। जिसमें यहां पर घूमने वाले लोगों को गांव में बैठाकर रामगढ़ झील में घुमाया जाता है। एक व्यक्ति से 100 से 200 रुपये वसूला जाता है।
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मानक से अधिक लोगों को बिठाया
बताया जा रहा है कि जीडीए ने जो वोट यहां पर नौकायन के लिए दिए हैं, उस वोट में मानक से अधिक सवारी को बैठाकर नाविक ताल में ले जा रहा था। तभी डिसबैलेंस हो जाने की वजह से यह नाव पलट गई। जीडीए सचिव राम सिंह गौतम का कहना है कि दुघर्टना की जानकारी मिली है। ट्रायल के दौरान हादसे की सूचना है। मामले की जांच की जा रही है।
जार्बिंग बॉल में छात्र अमन की हो चुकी है मौत
झील में लोगों के मनोरंजन के लिए लाए गए जॉर्बिंग बॉल में चढ़े छात्र अमन राय की बीते वर्ष फरवरी में मौत हो गई थी। वह अपने तीन दोस्तों के साथ झील के पास घूमने आया था। झील में जॉर्बिंग बाल के लिए जीडीए ने एक महीने पहले ही नीलामी के जरिये टेंडर किया था। इस वाटर स्पोर्ट के संचालन के लिए संबंधित फर्म प्राधिकरण को हर महीने करीब 75 हजार रुपये देती है। रामगढ़ ताल पर सुरक्षा मानकों की हमेशा अनदेखी की गई। नौकायन केंद्र पर बोटिंग में जबरदस्त लापरवाही सामने आई थी। बिना सुरक्षा इंतजाम के ही देर शाम तक बोटिंग कराई गई। जब मामला सामने आया तो अफसर जागे, फिर समय से बोटिंग कराई जाने लगी।
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रिपोर्ट-पूर्णिमा श्रीवास्तव, गोरखपुर
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