सीतापुर:BJP MLA का आरोप, ODF का करोड़ों रुपए खा गए प्रधान और सरकारी कर्मी

23 दिसंबर को  विधायक ज्ञान तिवारी ने रामपुर मथुरा ब्लॉक के  ग्राम पंचायत  तुलसीपुर बंजर में  तहसीलदार व खंड विकास अधिकारी की मौजूदगी में  चौपाल  का आयोजन किया था।

Update:2020-12-28 20:41 IST
विधायक ज्ञान तिवारी ने कहा बड़ा दुर्भाग्य है सीतापुर जिला पहले ही ओडीएफ घोषित हो चुका है, जिले में करोड़ों रुपया शौचालय निर्माण व मरम्मत के नाम पर मिला है लेकिन अधिकतर धन भ्रष्टाचार की चपेट में चढ़ गया है।

सीतापुर सेवता से भाजपा विधायक ज्ञान तिवारी के प्रतिनिधि ओम प्रकाश तिवारी ने विधायक के हवाले से प्रेसनोट भेजी है। इसके मुताबिक जिले में ओडीएफ के तहत जिले को मिली करोडों रूपये की धनराशि भ्रष्टाचार की भेंट चढ गया। कहीं पर कोई काम नहीं हुआ है। कागज पर शौचालय बनाकर धनराशि हडप कर ली गई है। विधायक ज्ञान तिवारी के हवाले से ओम प्रकाश ही व्यक्तव्य जारी करते हैं। इसलिए इस प्रेसनोट पर भी यकीन करना पडेगा। विधायक की भविष्य की राजनीति क्या होगी, इस पर अगर नजर न दौडाएं तो उनका ताजा व्यक्तव्य बिल्कुल सही और सटीक भी है।

विधायक की पहल पर हुई कार्रवाई

23 दिसंबर को विधायक ज्ञान तिवारी ने रामपुर मथुरा ब्लॉक के ग्राम पंचायत तुलसीपुर बंजर में तहसीलदार व खंड विकास अधिकारी की मौजूदगी में चौपाल का आयोजन किया थां। इस चौपाल में सर्वाधिक शिकायतें शौचालय में भ्रष्टाचार की आई थीं। ब्लॉक रामपुर मथुरा के तुलसीपुर बंजर गांव में अधिकारियों को कागजों पर बने 98 शौचालय ढूढे़ ही नहीं मिले। वहां छह मृतकोंए 18 ग्राम पंचायत के बाहर रहने वाले लोगों एक ही परिवार के 10 सदस्यों को शौचालय का लाभ दिया गया है। डस्टबिन के लिए एक लाख रुपये निकाले गए लेकिन ग्राम पंचायत में कहीं एक भी डस्टबिन नजर नहीं आई।

 

शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार

तालाब में पानी भरवाने के लिए 20 हजार व स्कूल की मरम्मत के लिए 20 हजार की धनराशि निकाली गई, लेकिन कोई कार्य नहीं कराया गया। यही नहीं गांव में बनी अनेक सड़कें धरातल पर पता ही नहीं चली। इस पर विधायक ने कड़ी नाराजगी जताते हुए दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई करने को कहा था यही नहीं शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार को लेकर अभियोग दर्ज करने व अपात्रो से धनराशि वसूली कर पात्रों को देने के निर्देश भी दिए थे। इस मामले को मुख्य विकास अधिकारी संदीप कुमार ने संज्ञान लिया और कार्रवाई करते हुए पूरे प्रकरण के दोषी सहायक विकास अधिकारी पंचायत संजय सिंह को ब्लॉक से हटाते हुए शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार की तथ्यात्मक रिपोर्ट खंड विकास अधिकारी से तलब की है।

यह पढ़ें...सीतापुर: क्रेडिट कार्ड और CM की पसंदीदा योजना धराशाई, DM की अफसरों को फटकार

सरकारी धन के बंदरबांट का मामला

रिपोर्ट मिलने के बाद अन्य दोषियों पर अभियोग दर्ज करने की कार्रवाई की जाएगी । बीते बुधवार को चौपाल के दौरान सेवता विधायक ज्ञान तिवारी के सामने ग्रामीणों ने भ्रष्टाचार की शिकायतों का अंबार लगा दिया। लिहाजा, विधायक ने बीडीओ से पड़ताल कराई तो प्रारंभिक जांच में सरकारी धन के बंदरबांट का यह मामला सामने आया। खंड विकास अधिकारी अशोक कुमार को दोषी एडीओ पंचायत, सेक्रेटरी व प्रधान पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। विधायक ने कहाए केंद्र व प्रदेश सरकार गांवों के विकास को लेकर पर्याप्त बजट उपलब्ध करा रही हैं फिर भी योजनाएं व विकास कार्यक्रम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा ।

प्रधान व सचिव के खिलाफ केस दर्ज

मालूम हो इससे पहले भी सेवता विधानसभा में ग्राम पंचायत रेवान व ग्वाहडीह में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार का मामला उजागर हुआ था जिस पर जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने कार्रवाई करते हुए इन दोनों ग्राम पंचायतों के प्रधान व सचिव के खिलाफ केस दर्ज कराया था। अब तुलसीपुर बजर में शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार उजागर हुआ है यहां भी अभियोग दर्ज कर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी वही विधायक ज्ञान तिवारी ने शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल करते हुए जिला अधिकारी को पत्र लिखकर अपने विधानसभा के समस्त ग्राम पंचायतों की शौचालय निर्माण की लाभार्थी वार सूची मांगी है।

यह पढ़ें...हैप्पी न्यू ईयर में ड्रोन से होगी निगरानी, हुड़दंग हुआ तो आयोजक होगें जिम्मेदार

यह गंभीर विषय

विधायक ने डीएम को लिखे पत्र में कहा है शौचालय निर्माण में बड़ा भ्रष्टाचार हुआ है। यह गंभीर विषय है, हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता शौचालय निर्माण की है लेकिन इसमें भ्रष्टाचार गंभीर विषय है। उन्होंने लाभार्थी वार सूची उपलब्ध कराने को कहा है।यही नहीं विधायक ने शौचालय मरम्मत व कायाकल्प योजना के तहत शौचालय निर्माण में खर्च हुई धन का ब्यौरा तलब किया है विधायक ने बताया सूची मिलते ही वह अपने कार्यकर्ताओं से इसका सत्यापन कराएंगे। विधायक ज्ञान तिवारी ने कहा बड़ा दुर्भाग्य है सीतापुर जिला पहले ही ओडीएफ घोषित हो चुका है, जिले में करोड़ों रुपया शौचालय निर्माण व मरम्मत के नाम पर मिला है लेकिन अधिकतर धन भ्रष्टाचार की चपेट में चढ़ गया है।

रिपोर्ट. पुतान सिंह

Tags:    

Similar News