Sonbhadra: रिश्वत लेकर बाहरी व्यक्तियों को दिया जा रहा था कनहर विस्थापन का लाभ, एसडीएम के पास पहुंचा ऑडियो
Sonbhadra News: कनहर परियोजना के विस्थापितों को दिए जाने वाले लाभ में रिश्वत लेकर बाहर के लोगों को शामिल करने की कथित कवायद का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया;
Sonbhadra News Today: दुद्धी तहसील क्षेत्र (Duddhi Tehsil Area) के अमवार में निर्मित हो रही कनहर परियोजना (Kanhar Project) के विस्थापितों को दिए जाने वाले लाभ में रिश्वत लेकर बाहर के लोगों को शामिल करने की कथित कवायद का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। ऐसे ही एक मामले में मामले में लेखपाल द्वारा किसी रिजवान नामक व्यक्ति से 50 हजार से ज्यादा लिए जाने की बात स्वीकार करने का एक ऑडियो जहां एसडीएम दुद्धी के पास पहुंच गया है। वहीं इसको लेकर तहसीलदार दुद्धी द्वारा की गई प्राथमिक जांच और दी गई रिपोर्ट को दृष्टिगत रखते हुए सुंदरी क्षेत्र के लेखपाल अरूण कुमार कन्नौजिया को सस्पेंड कर दिया गया। मामले की जांच तहसीलदार ओबरा को देते हुए, आरोप पत्र प्राप्त कराने के 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं रजिस्ट्रार कानूनगो दुूद्धी को इससे जुड़ी पत्रावली ससमय जांच अधिकारी को उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है।
ये है पूरा प्रकरण
पिछले सप्ताह एसडीएम दुद्धी शैलेंद्र मिश्रा के यहां किसी के माध्यम से एक आडियो पहुंचा, जिसमें सुंदरी क्षेत्र के लेखपाल अरूण कुमार कन्नौजिया को किसी रिजवान नामक व्यक्ति से बात किए जाने का दावा किया जा रहा था। इसमें कथित रिजवान को लेखपाल द्वारा बताया जा रहा था कि बाहरी व्यक्ति के लिए लंबे में काम होने यानी बाहर के व्यक्ति को कनहर विस्थापन का लाभ देने में 50 से उपर में ही काम हो रहा है। आडियो उपलब्ध कराने वाले व्यक्ति का दावा था कि 50 का मतलब 50 हजार रिश्वत की मांग की जा रही है। इस पर एसडीएम ने तहसीलदार राजेश वर्मा से जांच कराई। गत 28 अक्टूबर को वर्मा ने एसडीएम को रिपोर्ट सौंपी। इसमें अवगत कराया कि राजस्व निरीक्षक की आख्या और वायरल आडियो से प्रथमदृष्ट्या यह स्पष्ट है कि जिसमें लेखपाल अरूण कन्नौजिया ने किसी रिजवान नामक व्यक्ति से बात की है और बाहरी व्यक्ति के लिए लंबे में काम होने के बात कहते हुए रिश्वत की मांग की जा रही है।
एसडीएम ने इसे भ्रष्टाचार से जुड़ा कृत्य माना और सेवक आचरण नियमावली के विपरीत आचरण पाते हुए मंगलवार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एसडीएम के मुताबिक मामले की जांच तहसीलदार ओबरा को सौंपी गई है। उन्हें लेखपाल को अविलंब आरोप पत्र उपलब्ध कराने और आरोप पत्र प्राप्ति के 15 दिन के भीतर जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है। बता दें कि इससे पहले किसान सम्मान निधि के नाम पर दुद्धी क्षेत्र के ही एक लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल होने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया। चंद माह के भीतर रिश्वत मांगने का दूसरा वीडियो, वह भी कनहर जैसी बड़ी सिंचाई परियोजना के विस्थापन लाभ में बाहरी व्यक्तियों को लाभ देने की कथित कवायद की जानकारी ने हड़कंप मचा दिया है। बता दें कि पूर्व में रिश्वत लेकर बाहर के लोगों को कनहर परियोजना का विस्थापन लाभ देने की शिकायतें आती रही हैं। इसको लेकर लोगों द्वारा अधिकारियों से शिकायतें भी की जा चुकी हैं। अब इस कथित मामले को लेकर एक लेखपाल का आडियो सामने आने के बाद, बाहर के किन व्यक्तियों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाया गया, इसके जांच की भी मांग उठने लगी है।