Sonbhadra News: फर्जी ड्राइविंग लाईसेंस रैकेट का भंडाफोड़, एआरटीओ दफ्तर से सटे कमरे में हो रहा था संचालन

Sonbhadra News: एआरटीओ की शिकायत पर, राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच करने के साथ ही, जहां पूरे रैकेट का भंडाफोड़ कर लिया है। वहीं बड़ी संख्या में अलग-अलग मोहरें, डीएल आदि की बरामदगी के साथ ही, तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।

Update:2023-04-08 02:30 IST
फर्जी ड्राइविंग लाईसेंस रैकेट का पुलिस ने किया भंडाफोड़(Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के लोढ़ी स्थित एआरटीओ कार्यालय से सटे कमरे में जनसेवा केंद्र की आड़ में, फर्जी ड्राइविंग लाईसेंस को लेकर एक बड़ा रैकेट संचालित होने का मामला प्रकाश में आया है।एआरटीओ की शिकायत पर, राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच करने के साथ ही, जहां पूरे रैकेट का भंडाफोड़ कर लिया है। वहीं बड़ी संख्या में अलग-अलग मोहरें, डीएल आदि की बरामदगी के साथ ही, तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ के बाद, शुक्रवार की शाम तीनों का चालान कर दिया गया।

उप संभागीय परिवहन अधिकारी धनबीर यादव ने दो दिन पूर्व राबटर्सगंज पुलिस को सूचना दी कि कुछ लोग एआरटीओ कार्यालय परिसर के नजदीक रहने का लाभ लेकर फर्जी ड्राइविंग लाईसेंस बनाने में लगे हुए हैं। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने इसकी जानकारी एसपी डा. यशवीर सिंह को दी। प्रकरण का संज्ञान लेते हुए एसपी ने एएसपी मुख्यालय और क्षेत्राधिकारी राहुल पांडेय के पर्यवेक्षण में चैकी इंचार्ज लोढ़ी संजय कुमार सिंह और चैकी इंचार्ज कांशीराम आवास रंजीत कुमार के नेतृत्व वाली टीम गठित कर, मामले के जल्द खुलासे के निर्देश दिए। बताते हैं कि इसके क्रम में बृहस्पतिवार की शाम पुलिस टीम एआरटीओ कार्यालय के पास स्थित यथार्थ कटरा में जनसेवा केंद्र और जय गुरुदेव फोटो स्टेट की दुकान चेक करने पहुंची तो देखा कि वहां की गतिविधियां ठीक नहीं है। इस पर वहां मौजूद मिले जैत (परासी पांडेय) निवासी आकाश यादव पुत्र जय कुमार यादव, संजय यादव पुत्र बचाऊ यादव और अवधेश बियार पुत्र भगवानदास बियार निवासी जिला अस्पताल के पीछे लोढ़ी थाना राबर्ट्सगंज को हिरासत में ले लिया। उनके पास से मौजूद मिली मोहरों और दस्तावेज को भी राबटर्सगंज कोतवाली ले आया गया जहां आरेापियों से गहन पूछताछ की गई। इस दौरान जहां बडे़ स्तर पर फर्जी ड्राइविंग लाईसेंस बनाने का रैकेट संचालित होने की जानकारी मिली।

वहीं, आरोपियों के पास से कुल 36 डीएल, आठ अलग-अलग मुहरें, मोबाइल, लैपटाप, क्लाइंटों के आधार कार्ड, बायोमैट्रीक मशीन,12 डीएल रिन्यूअल फार्म, दो कंप्यूटर आदि सामान बरामद किए गए। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों का पूछताछ के बाद चालान कर दिया गया है। उनसे पूछताछ के दौरान जो जानकारियां मिली हैं, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई जारी है।

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