Sonbhadra News: आदिवासियों की पिटाई मामले में रेंजर, वन दरोगा सहित 14 पर शिकंजा, मारपीट, छेड़खानी, डकैती, आदिवासी उत्पीड़न
Sonbhadra News: राज्यमंत्री, विधायक और पूर्व सांसद के कड़े एतराज तथा लगाई गई क्लास के बाद, आदिवासी पक्ष की तरफ से संबंधित रेंजर, वन दरोगा आदि खिलाफ केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।
Sonbhadra News: जिले के मांची थाना अंतर्गत रामगढ़ वन रेंज के केवटम में खाली पड़ी वन भूमि पर मवेशी चराने को लेकर आदिवासियों की पिटाई और बवाल मामले में आखिरकार रेंजर, वन दरोगा सहित 14 वनकर्मी कार्रवाई की जद में आ ही गए। राज्यमंत्री, विधायक और पूर्व सांसद के कड़े एतराज तथा लगाई गई क्लास के बाद, आदिवासी पक्ष की तरफ से संबंधित रेंजर, वन दरोगा आदि खिलाफ केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। पुलिस ने यह कार्रवाई पिटाई का शिकार हुए तेजन की बहू दसिया की तरफ से दी गई तहरीर पर की है। वनकर्मियों पर मारपीट, छेड़खानी, डकैती, आदिवासी उत्पीड़न का आरोप लगाया गया है। प्रकरण की विवेचना क्षेत्राधिकारी आशीष मिश्रा करेंगे।
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वनकर्मियों पर इस तरह के लगाए गए हैं आरोप
दी गई तहरीर में बताया गया कि है कि 28 अगस्त की सुबह आठ बजे रामगढ़ रेंजर सतेंद्र कुमार सिंह, वन दरोगा राजेंद्र शर्मा, देवनाथ, वाचर बबुल्ल उर्फ रामनाथ निवासी ढोसरा तथा 10 अन्य लोग केवटम गांव में तेजन की भैंस के अड़ार पर पहुंचे। उस वक्त तेजन भैंस का दूध दुह रहा था। आरोप है कि आते ही रेंजर सहित अन्य वनकर्मियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। 20 हजार की मांग की गई। देने से इंकार करने पर तेजन को लाठियों से पीटा जाने लगा। घर की औरतें बीच-बचाव के लिए गईं तो उनके साथ मारपीट-दुर्व्यवहार किया गया। जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए कपड़े फाड़ दिए गए। आरोप है कि घर में घुसकर गाली-गलौज की गई और सोने का चेन छीन ले गए। आरोपों के मुताबिक वनकर्मियों ने इस बात की भी धमकी दी कि अगर कहीं मामले की शिकायत की गई तो शिकायत करने वाले की लाश सोन नदी में तैरती मिलेगी। आरोप है कि जाते-जाते वन दरोगा राजेंद्र शर्मा की तरफ से फायरिंग भी की गई।
मारपीट, धमकी, अश्लील हरकत, डकैती, हत्या के प्रयास का आरोप
पुलिस के मुताबिक इस मामले में दी गई तहरीर के आधार पर रेंजर, वन दरोगा सहित अन्य पर मांची थाने में धारा 147, 323, 504, 506, 354ख, 392, 452, 307 आईपीसी तथा एससी-एसटी एक्ट के धारा 3 (2) द, 3 (2) ध, 3 (2) वीए के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है। बताते चलें चार दिन पूर्व मवेशी चराने को लेकर हुए विवाद के बाद जहां वन कर्मियों ने आदिवासियों की पिटाई कर दी थी। वहीं गुस्साए आदिवासियों ने वन चैकी का घेराव कर जमकर बवाल काटा था। इस मामले में वन दरोगा राजेंद्र शर्मा की तहरीर पर मामला दर्ज कर पांच को गिरफ्तार कर लिया गया था।
वहीं, आदिवासी पक्ष की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। इसको लेकर जहां गत बुधवार को केवटम पहुंचे सदर विधायक भूपेश चैबे ने पीड़ित पक्ष से मिलने के साथ ही, पुलिस से मिलकर, एतराज जताया था। वहीं, बृहस्पतिवार को राज्यमंत्री संजीव सिंह गोंड और पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार ने केवटम में चैपाल लगाकर आदिवासियों से वाकए की जानकारी ली थी और एकतरफा कार्रवाई के मसले पर, जमकर भड़ास निकाली थी।