Sonbhadra News: बड़ा खेल! सगे भाइयों का ग्रुप एमपी के परमिट पर कर रहा था गिट्टी का परिवहन

Sonbhadra News: इस मामले में छानबीन और एमपी के परमिट पर यूपी (सोनभद्र) के गिट्टी का परिवहन करने में जुटी पुलिस टीम के हाथ जो जानकारियां सामने आई हैं, वह चौंका कर रख देने वाली है।

Update:2024-03-05 18:38 IST

Sonbhadra News: राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस और खनन विभाग की संयुक्त टीम की जांच-छानबीन में एमपी के परमिट पर सोनभद्र की गिट्टी के परिवहन के खुलासे के साथ ही एक और बड़ा खुलासा सामने आया है। बताते हैं कि इस मामल में जो तीन ट्रकें पकड़ी गई हैं। वह, तीनों तीन सगे भाइयों की है। लंबे समय से इनकी तरफ से रासपहरी स्थित क्रशर प्लांटों से बगैर परमिट के गिट्टी लोड कर, एमपी के परमिट पर परिवहन का धंधा किया जा रहा था। अब जिस तरह से खुलासा सामने आया है, उसने एकबारगी पुलिस को भी हैरान करके रख दिया है। ऐसे कितने वाहनों स्वामियों और क्रशर प्लांट संचालकों का ग्रुप, इस तरह के अवैध परिवहन में संलिप्त है, इसकी भी जांच शुरू हो गई है।

बताते चलें कि गत रविवार को प्रभारी निरीक्षक सत्येंद्र कुमार राय की अगुवाई वाली राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस टीम और खनन विभाग की खान निरीक्षक मनोज कुमार की अगुवाई वाली टीम ने चेकिंग के दौरान तीन गिट्टी लदे ट्रकों को पकड़ने में कामयाबी पाई थी। चालकों से पूछताछ के आधार पर मिली जानकारी के आधार पर तीनों वाहनों के स्वामी और सोनभद्र के तीन तथा मध्यप्रदेश के सिंगरौली स्थित क्रशर प्लांट संचालक की इस मामले में संलिप्तता पाई गई थी। पकड़े गए तीनों आरोपियों सहित कुल 10 के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के साथ ही, यूपी उपखनिज परिहार नियमावली और खान एवं खनिज अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया था।

तकिया गांव से जुड़ा मिला अवैध गिट्टी परिवहन का कनेक्सन

इस मामले में छानबीन और एमपी के परमिट पर यूपी (सोनभद्र) के गिट्टी का परिवहन करने में जुटी पुलिस टीम के हाथ जो जानकारियां सामने आई हैं, वह चौंका कर रख देने वाली है। इस रैकेट का सीधा कनेक्शन जहां राबर्टसगंज कोतवाली क्षेत्र के तकिया से जुड़ा पाया गया है। वहीं चालकों से पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि जो तीनों ट्रकें पकड़ी गई हैं, वह तीन सगे भाइयों (नजरे इमाम, मुज्जम आलम, नजमुद्दीन उर्फ मुन्ना निवासी तकिया) की हैं। इन भाइयों द्वारा ही रासपहरी स्थित क्रशर प्लांटों से संपर्क कर गिट्टी लोड कराई जाती है और उनके द्वारा एमपी के सिंगरौली स्थित क्रशर प्लांटों से परमिट लाकर, अपने चालकों को उपलब्ध कराया जाता है। उनके साथ चिन्हित लोगों के अलावा और कौन-कौन शामिल हैं, यह अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस इसको लेकर छानबीन में जुटी हुई है।

ओवरलोड परिवहन के लिए बढ़ाई जा रही बाडी की ऊंचाई

इसी खुलासे के साथ एक और जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि ओवरलोड परिवहन पर आसानी से किसी की नजर न पड़ने पाए, इसके लिए ट्रकों के बाडी की ऊंचाई बढ़वा दी जा रही है। जो तीन ट्रकें पकड़ी गई हैं, उनके साथ भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक जो ट्रकें पकड़ी गईं, उनकी एक्सटेंशन बाडी (मानक से अधिक ऊंची) बनी मिली। नियमानुसार पकड़े गए वाहनों पर अधिकतम 20 घनमीटर गिट्टी लोड होनी चाहिए । लेकिन एक्सटेंशन बाडी का फायदा उठाकर, उस पर 33 घनमीटर गिट्टी लोड किया जाना पाया गया।

इन-इन क्रशर प्लांट संचालकों को पाया गया है आरोपी

बताते चलें कि मामले में ओबरा क्षेत्र के रासपहरी स्थित प्रसाद इंडस्ट्रीज सेकंड, मैहर लक्ष्मी स्टोन प्रोडक्ट्स, वंदना स्टोन और एमपी के सिंगरौली में शिवपुरवा स्थित कंचन देवी बैस के क्रशर प्लांट संचालक को आरोपी पाया गया है। उनके अलावा अन्य कौन से क्रशर प्लांट इस गोरखधंधे में शामिल हैं, इसको लेकर भी चर्चाएं बनी हुई हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि प्रकरण की हर पहलू से जांच जारी है।

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