Sonbhadra News: सोन नदी में डूबे मौसेरे भाई-बहन का शव बरामद, युवक की तलाश अभी जारी, खोजबीन में जुटी एनडीआरएफ की टीम
Sonbhadra News: टीम की लगभग पांच घंटे की मेहनत के बाद आशीष और उसकी ममेरी बहन शिवानी का शव कोन थाना क्षेत्र स्थित पिपरहवा घाट के पास से बरामद कर लिया गया। वहीं, मुठेर निवासी दीपक उर्फ दीपू की अभी भी तलाश जारी है और इसको लेकर एनडीआरएफ की टीम जिले में बनी हुई है।;
Sonbhadra News (Pic:Newstrack)
Sonbhadra News: चोपन थाना क्षेत्र के डाला एरिया में अम्माटोला बस्ती से सटे सोन नदी स्थित बलियरी घाट पर मंगलवार को नहाने के दौरान डूबे मासूम सहित तीन लोगों में मौसेरे भाई-बहन का शव बुधवार को बरामद कर लिया गया। शव घटनास्थल से कई किमी दूर कोन थाना क्षेत्र के पिपरहवा घाट से बरामद किया गया। वहीं, वाकए के 32 घंटे व्यतीत होने के बाद भी घटना की जद में आए परिवार के दामाद का अभी कोई पता नहीं चल पाया है। मिर्जापुर से आई एनडीआरएफ की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई है।
बताते चलें कि मंगलवार की सुबह 11 बजे अम्माटोला के पास सोन नदी में नहाते समय अम्माटोला निवासी 14 वर्षीय आशीष मौर्य और झारखंड निवासी उसकी छह वर्षीय मौसेरी बहन शिवानी के साथ ससुराल आए राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के मुठेर गांव निवासी दीपक 25 वर्ष सहित चार नदी की तेज धारा की चपेट में आकर गहराई में समा गए। एक को तो बचा लिया गया था लेकिन उपरोक्त तीनों की तलाश जारी थी। मंगलवार को स्थानीय गोतोखोरों की तलाश के बाद जब कोई कामयाबी नहीं मिली तो बुधवार को वाराणसी से आई एसडीआरएफ की टीम ने तलाशी की कमान संभाल ली।
टीम की लगभग पांच घंटे की मेहनत के बाद आशीष और उसकी ममेरी बहन शिवानी का शव कोन थाना क्षेत्र स्थित पिपरहवा घाट के पास से बरामद कर लिया गया। वहीं, मुठेर निवासी दीपक उर्फ दीपू की अभी भी तलाश जारी है और इसको लेकर एनडीआरएफ की टीम जिले में बनी हुई है। मिर्जापुर से एनडीआरएफ की आठ सदस्यीय टीम प्रभारी रामप्रकाश राय के मुताबिक ओबीएम रबर बोट के जरिए, उनकी टीम दीपक की तलाश में जुटी हुई है।
जुगाड़ सिस्टम में फंस कर जच्चा-बच्चा दोनों की थमी सांसें
जिले में जुगाड़ सिस्टम से संचालित हो रहे अस्पतालों ने एक और प्रसूता की बलि ले ली। बताया जा रहा है कि घोरावल कोतवाली क्षेत्र के बरकन्हरा गांव निवासी प्रसूता संगीता उर्फ किरन (28) पत्नी रिंकू को, मंगलवार की रात घोरावल कस्बे में संचालित एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। सीएचसी घोरावल से जवाब मिलने के बाद भी, निजी नर्सिंग होम संचालकों ने सुरक्षित प्रसव (नार्मल डिलीवरी) करा लेने का दावा करते हुए, प्रसव की फीस भी जमा करा ली थी लेकिन बुधवार को प्रसव होने से पहले ही जच्चा-बच्चा दोनों की सांसें थम गई। इसके बाद परिजन शव को लेकर घर चले गए।घोरावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. नरेंद्र सरोज ने बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में आया है। कहा कि मामले की जांच करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।