Sonbhadra News: फर्म को सरकारी टेंडर-आपूर्ति दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी, दो औद्योगिक कंपनियों, तीन बैंक शाखाओं पर केस
Sonbhadra News Today: दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के रजखड़ गांव के रहने वाले संतोष कुमार मौर्य पुत्र भगवान दास मौर्य ने पुलिस अधीक्षक को सौंपे गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसकी कंपनी एसनिया इंफ्राटेक इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड को सरकारी टेंडर देने का झांसा देकर, फर्जी कोटेशन उपलब्ध कराया गया और इसके जरिए लाखों की ठगी कर ली गई;
Sonbhadra News Today Case Against Companies and Banks that Defrauded
Sonbhadra News: सोनभद्र, प्रतिष्ठित कंपनी और सरकारी कार्यों का टेंडर दिलाने और इसके लिए सामग्री आपूर्ति की व्यवस्था उपलब्ध कराने का झांसा देकर, जिले के एक फर्म संचालक से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित फर्म संचालक दुद्धी कोतवाली क्षेत्र का रहने वाला है। प्रकरण में एसपी के निर्देश पर कामधेनु स्टील लिमिटेड, कोटक महेंद्रा बैंक शाखा गाजियाबाद, पंजाब एंड सिन्ध बैंक शाखा न्यू गाजियाबाद, अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड, बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा अंधेरी इस्ट मुंबई से जुड़े कथित खाताधारकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दुद्धी पुलिस मामले में 66डी आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर, प्रकरण की छानबीन में जुटी हुई है।
दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के रजखड़ गांव के रहने वाले संतोष कुमार मौर्य पुत्र भगवान दास मौर्य ने पुलिस अधीक्षक को सौंपे गए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसकी कंपनी एसनिया इंफ्राटेक इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड को सरकारी टेंडर देने का झांसा देकर, फर्जी कोटेशन उपलब्ध कराया गया और इसके जरिए लाखों की ठगी कर ली गई है। बताया गया कि उसे मेल और वाट्सअप पर कोटेशन भेजा गया। जिस पर कामधेनु स्टील लिमिटेड के नाम से खाता विवरण कोटक महेन्द्रा बैंक शाखा गाजियाबाद का भेजा गया। इस खाते में सात फरवरी2025 को पीड़ित ने अपने फर्म के इंडियन बैंक शाखा दुद्धी स्थित खाता के जरिए नौ लाख 99 हजार 630 रुपये भेजे गए। पंजाब एंड सिन्ध बैंक शाखा न्यू गाजियाबाद में दो लाख इक्यावन हजार रुपये नौ फरवरी 2025 को जमा कराए गए। इसी तरह अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के नाम, बैंक ऑफ महाराष्ट्र शाखा अंधेरी इस्ट मुम्बई में खुले खाते से एक लाख 84 हजार आठ सौ रुपये कोटेशन के जरिए जमा कराए गए।
बताई गई तिथि पर नहीं पहुंचा माल, तब हुई फर्जीवाडे की जानकारी
कोटेशन के जरिए पैसे लेने के साथ ही, सरकारी कार्य के लिए एक नियत तिथि पर सामग्री उपलब्ध कराने का वायदा किया गया था। तय तिथि पर जब माल नहीं पहुंचा तो पीड़ित ने संबंधित बैंक खाताओं की पड़ताल कराई तो पता चला कि जिन भी खाता नंबरों में प्रतिष्ठित औद्योगिक कंपनियों के नाम का इस्तेमाल कर धनराशि मंगाई गई वास्तव में वह, संबंधित कपंनी का खाता ही नहीं है। फर्जीवाड़े की जानकारी होने पर पीड़ित ने एसपी अशोक कुमार मीणा से गुहार लगाई। मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने दुद्धी पुलिस को मामला दर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस के मुताबिक दी गई तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है।