Sonbhadra News: डायरिया से मासूम सहित तीन की मौत, 18 और चपेट में, गांव में पहुंची स्वास्थ्य टीम
Sonbhadra News: जिले में डायरिया से मौत का सिलसिला जारी है। घोरावल कोतवाली क्षेत्र के जुड़िया गांव में बुधवार को डायरिया के चलते जहां मासूम सहित तीन लोगों की मौत हो गई।
Sonbhadra News: जिले में डायरिया से मौत का सिलसिला जारी है। घोरावल कोतवाली क्षेत्र के जुड़िया गांव में बुधवार को डायरिया के चलते जहां मासूम सहित तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं डेढ़ दर्जन ग्रामीण बीमार हो गए। शाम को स्वास्थ्य महकमे को जैसे ही इसकी जानकारी मिली हड़कंप मच गया। एंबुलेंस के जरिए गंभीर रूप से बीमार मरीजों को जहां उपचार के लिए घोरावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। वहीं, गांव में सभी के चेकअप और उपचार के लिए एक टीम भी भेजी गई है।
चंद घंटों के अंतराल में एक-एक कर हुईं तीन मौतें
ग्रामीणों के मुताबिक सबसे पहले जुड़िया गांव में बबनी 60 वर्ष पत्नी नखडू की मौत हुई। कुछ घंटे बाद वंदना 21 वर्ष पत्नी बृजलाल ने दम तोड़ दिया। शाम होते-होते नैना 10 वर्ष पुत्री दुलारे की भी सांसे थम गईं। इससे गांव में कोहराम मच गया। मामले की सूचना शाम को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंची तो वहां भी हड़कंप की स्थिति बन गई। अधीक्षक नरेंद्र सरोज की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जहां गांव में पहुंचकर जहां उपचार का क्रम शुरू कर दिया वहीं गंभीर रूप से डायरिया पीड़ित मरीजों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया।
गांव में इनको पाया गया बीमार
संदीप (10) पुत्र केवल, देवी (22) पत्नी सुरेंद्र, बुधनी (68) पत्नी फग्गू, सुनीता (26) पत्नी अमर, सपना (9) पुत्री रामप्यारे, ऊषा (15) पुत्री भोला, सुनील (13) पुत्र दुलारे, पूजा (14) पुत्री विश्राम, फागू (60) पुत्र रती, प्रदीप (8) पुत्र केवल, देवीचरण (40) पुत्र जुने, शांति (48) पत्नी वंशधारी, अंशिका (10) पुत्री विनोद, कृष्णा (14) पुत्र विनोद, वर्षा(6) पुत्री देवीचरण, जुगनू कुमार(8) पुत्र देवीचरण, मीना (16) पुत्री तौलन, शबनम(14) पुत्री नरेश, विकास (12) पुत्र राजू को डायरिया से पीड़ित पाया गया और उनका टीम द्वारा उपचार किया गया।
गांव में टीम कर रही कैंप, दवाओं का किया जा रहा वितरण: अधीक्षक
सीएचसी अधीक्षक डॉ. नरेंद्र सरोज ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कैंप कर रही है। ग्रामीणों में आवश्यक दवाओं का वितरण किया गया है। जो गंभीर मरीज हैं, उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। गांव के लोगों को उबला पानी और हल्का सुपाच्य भोजन करने की सलाह दी गई है।