Sonbhadra News: आजादी के दिन पानी के लिए दौड़ लगा रहे बुजुर्ग की गिरकर मौत, ग्रामीणों ने हाईवे पर शव रख लगाया जाम
Sonbhadra News: ग्रामीणों का कहना था कि गांव में पेयजल की समस्या काफी गंभीर है, जिसकी वजह से तमाम छोटे-छोटे बच्चों और बड़े बुजुर्गों को पीने का पानी लाने के लिए दूर तक जाना पड़ता है।
Sonbhadra News: अवर्षण के चलते जिले में बनी पेयजल संकट की स्थिति एक परिवार के लिए अभिशाप बन गई। स्वतंत्रता दिवस पर जब पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ था। उसी दौरान घोरावल थाना क्षेत्र के मोराही गांव में मंगलवार की देर रात घर से एक किमी दूर स्थित हैंडपंप पर पानी लेने गए बुजुर्ग की रास्ते में अचानक गिरकर मौत हो गई। इससे खफा ग्रामीणों ने जहां जमकर हंगामा किया। वहीं, रात में कलवारी-खलियारी राजमार्ग (घोरावल-राबर्ट्सगंज मार्ग) पर शव रखकर डेढ़ घंटे तक जाम लगाए रखा। क्षेत्राधिकारी और नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर तत्काल संबंधित बस्ती में पेयजलापूर्ति बहाल करने का आश्वासन दिया, तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। इसके बाद शव कब्जे में लेकर बुधवार की सुबह पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया।
बताते हैं कि 65 वर्षीय तपेश्वर पुत्र स्व. दुमनी निवासी औराही, थाना घोरावल मंगलवार की देर रात करीब दस बजे अपने घर से करीब एक किलोमीटर दूर मोराही गांव के हैंडपंप से पानी लाने के लिए गया हुआ था। बताते हैं कि जैसे ही वह हैंडपंप से पानी भरकर घर के लिए चला, अचानक से गश खाकर गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इसकी सूचना जैसे ही परिवार वालों और ग्रामीणों को मिली कोहराम मच गया। मौके पर पहुंचे परिजन और ग्रामीण सीधे शव लेकर घोरावल-राबर्ट्सगंज मार्ग पर पहुंच गए और हंगामा करते हुए जाम लगा दिया।
ग्रामीण मृतक के परिवार वालों को मुआवजा और पेयजल की व्यवस्था न करने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाई के साथ ही तत्काल पेयजल व्यवस्था की मांग कर रहे थे। बीच-बीच में नारेबाजी भी होती रही। जब इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासनिक अमले को मिली तो हड़कंप की स्थिति बन गई। मौके पर पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी अमित कुमार, एसएच ओ घोरावल अंजनी कुमार राय, एसएचओ शाहगंज केदारनाथ मौर्य, नायब तहसीलदार लाल बहादुर बिंद ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराने की कोशिश की लेकिन नाराजगी जाता रहे परिजन और ग्रामीण पीड़ित परिवार को मुआवजा, औराही ग्राम पंचायत में जनसंख्या के आधार पर हैंडपंप और पेयजल संकट से निदान के लिए की गई फरियाद को अनसुनी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।
गांव में पेयजल की समस्या काफी गंभीर
ग्रामीणों का कहना था कि गांव में पेयजल की समस्या काफी गंभीर है, जिसकी वजह से तमाम छोटे-छोटे बच्चों और बड़े बुजुर्गों को पीने का पानी लाने के लिए दूर तक जाना पड़ता है। बार-बार प्रधान, सेक्रेटरी और ग्राम विकास विभाग तथा जिला पंचायती राज विभाग के लोगों से गुहार भी लगाई गई लेकिन उसका कोई हल नहीं निकला।
पुलिस के मुताबिक ग्रामीणों का आरोप था कि यदि पेयजल की व्यवस्था नजदीक में होती तो मृतक तपेश्वर को दूर पानी लेने जाना नहीं पड़ता और उनकी मृत्यु नहीं होती। ग्रामीणों का कहना था कि वह बुजुर्ग थे और उन्हें पेयजल के लिए काफी दूर जाना पड़ रहा था। नायब तहसीलदार ने मृतक के परिजनों को नियमानुसार समुचित मुआवजा का भरोसा दिया गया। वहीं, क्षेत्राधिकारी घोरावल ने डीपीआरओ से फोन के जरिए बात की। डीपीआरओ ने गांव में पेयजल के लिए लगातार टैंकर भेजने और खराब हैंडपंपों को तत्काल सही कराने का भरोसा दिया। कहा कि इसके लिए उन्होंने एडीओ पंचायत घोरावल को निर्देशित भी कर दिया है। तब जाकर ग्रामीण शांत हुए। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।