Sonbhadra News: सोनभद्र में आग का तांडव, नमामि गंगे के गोदाम से उठी ऊंची लपटें, कई श्रमिकों के आशियाने जलकर हुए राख
Sonbhadra News: सोनभद्र जिले में रविवार को आग ने जमकर तांडव मचाया। घोरावल थाना क्षेत्र के कर्रीबरांव गांव स्थित नमामि गंगे के गोदाम में लगी आग और उससे उठती ऊंची लपटें जहां घंटों अफरा-तफरी मचाए रहीं।
Sonbhadra News: सोनभद्र जिले में रविवार को आग ने जमकर तांडव मचाया। घोरावल थाना क्षेत्र के कर्रीबरांव गांव स्थित नमामि गंगे के गोदाम में लगी आग और उससे उठती ऊंची लपटें जहां घंटों अफरा-तफरी मचाए रहीं। वहीं, दोपहर से शाम तक अग्निशमन विभाग के तीन दस्ते आग को काबू करने के लिए जूझते रहे। इस अगलगी में लाखों का नुकसान बताया जा रहा है। उधर, बीजपुर थाना क्षेत्र के मिटहानी राख बंधे के पास लगी आग ने कई श्रमिकों के आशियाने को जलाकर राख कर दिया। इसके चलते श्रमिक और उनके परिवार आसमान से बरसते अंगारों के बीच सड़क पर आ गए हैं।
घोरावल क्षेत्र में बनाया गया है नमामि गंगे का मुख्य गोदाम
बताते चलें नमामि गंगे योजना के तहत जिले में हर घर नल को लेकर कार्य कराया जा रहा है। बताते हैं कि इससे जुड़े मुख्य गोदाम को घोरावल थाना क्षेत्र के कर्रीबरांव गांव में बेलन नदी किनारे 15-16 बीघे की एरिया में बनाया गया है। इस गोदाम में हर घर नल कार्य के लिए भारी मात्रा में लोहे और प्लास्टिक के पाइप, पाइप बंडल, एल्बो, साकिट सहित अन्य सामग्रियां रखी गई हैं।
दोपहर से शाम तक धधकती रही आग, उठती रही लपटें
बताते हैं कि दोपहर में अचानक से यहां लपटे उठती देखी तो अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलने के बाद एक-एक कर तीन फायर बिग्रेड दस्ते पहुंचे और आग को काबू करने में जुट गए लेकिन आज भी विकरालता इस कदर थी कि इस आग को काबू करने में घंटों लग जाए। दोपहर से शाम तक लपटें उठने का क्रम बना रहा। मौके पर अफरातफरी के हालात, किसी अप्रिय स्थिति का जनक न बन जाएं इसके लिए पुलिस फोर्स भी एहतियातन पूरे समय तक मौजूद रही। आग के चलते लाखों का सामान जलकर नष्ट होने की बात बताई जा रही है।
आग ने कई श्रमिक परिवारों को कर दिया दरबदर
बीजपुर थाना क्षेत्र के मिटिहिनी राखी बंधे के पास, पंप हाऊस से सटी झुग्गी -झोपड़ी में दोपहर के वक्त लगी आग ने कई श्रमिक परिवारों को दर-बदर भटकने की स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है। आग कैसे लगी? इसका पता नहीं चल पाया है। बताते हैं कि राख बंधे से राख लदान आदि का काम करने वाले मजदूरों ने पंप हाउस के पास झुग्गी-झोपड़ी नुमा बस्ती बना रखी थी। दोपहर में अचानक लगी आग ने अफरा-तफरी मचा दी। झोपड़ी में रह रहे मजदूर और उनके परिवार के लोग, जो जिस हालत में था, उसी हालत में, बाहर भाग कर अपनी जान बचाई । तेज धूप, घास-फूस की झोपड़ी और गर्म हवाओं की मार ने कुछ देर में ही आशियानों को जलाकर राख कर दिया। लपट तेज होने के कारण पहनने तक के कपड़े बाहर नहीं निकाले जा सके।