Sonbhadra: राख ढुलाई की आड़ में गांजा तस्करी, 72 लाख का गांजा बरामद, दो गिरफ्तार

Sonbhadra: अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने पुलिस लाइन में कामयाबी का खुलासा किया। एसपी डॉ. यशवीर सिंह की तरफ से अवैध मादक पदार्थ तस्करों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

Update: 2024-08-04 11:06 GMT

सोनभद्र में राख ढुलाई की आड़ में गांजा तस्करी का खुलासा (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: ट्रकों के जरिए होने वाली कोयले के राख की ढुलाई की आड़ में गांजा तस्करी का मामला सामने आया है। एसटीएफ लखनऊ और चोपन पुलिस की संयुक्त टीम ने एक ऐसे ही ट्रक को पकड़ने के साथ ही, उसमें छिपाकर रखा 72 लाख का गांजा बरामद कर लिया है। 10 बोरियों में रखे गांजा की मात्रा 364.4 किलो पाई गई है। प्रयागराज के रहने वाले दो गांजा तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के बाद दोनों का रविवार की दोपहर बाद चालान कर दिया गया।

अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय कालू सिंह ने रविवार की दोपहर बाद पुलिस लाइन में कामयाबी का खुलासा किया। बताया कि एसपी डॉ. यशवीर सिंह की तरफ से अवैध मादक पदार्थ तस्करों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। उसी कड़ी में यूपीएसटीएफ और चोपन पुलिस टीम ने शनिवार की देर रात चोपन पुल के पास से कोयले की राख लादकर आ रही ट्रक को गिरफ्त में ले लिया। तलाशी में राख के नीचे 10 बोरियों छिपाकर रखा गया 364.4 किलो गांजा बरामद किया गया जिसकी बाजारू कीमत 72 लाख होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मामले में पकड़े गए वाहन चालक हसन अली पुत्र मो. शकील निवासी सराय अजीज उर्फ अजीजपुर, थाना बहरिया और वाहन स्वामी शिवप्रसाद मिश्रा पुत्र स्व. श्याम बिहारी मिश्रा निवासी पूरे पांडेय पोस्ट छाता, थाना मऊआईमा जिला प्रयागराज के खिलाफ चोपन थाने में धारा 8/20/60 एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

उड़ीसा के केवझर से प्रयागराज लाई जा रही थी खेप

आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह उडी़सा के केवझर से गांजा लाकर यूपी के पूर्वी हिस्से में स्थित जनपदों में फुटकर के रूप में बेचते है। इससे उन्हें अत्यधिक मुनाफा होता है।

राख ढुलाई की आड़ में तस्करी ने उठाए कई सवाल

एक तरफ जहां राख ढुलाई के तरीके और कागजों पर ही कई चक्कर लगाने का मामला जहां, कई बार सुर्खियां बन चुका है। वहीं, उसी राख ढुलाई की आड़ में गांजा तस्करी के मामले ने पुलिस को भी अचरज में डाल दिया है। जिले और जिले से सटे सिंगरौली स्थि राख बांधों से, राख की लोडिंग ट्रकों पर की जाती है। सवाल उठता है कि उड़ीसा से गांजा की खेप किस रूप में सोनभद्र-सिंगरौली के राख स्थलों पर पहुंचाई गई और बगैर किसी की नजर पड़े, उस पर राख की लोडिंग कैसे हो गई, इसको लेकर सवाल उठाए जाने लगे हैं। लोगों का कहना है कि अगर इसकी गहराई से छानबीन की जाए तो गांजा तस्करी का यह तरीका कई बड़े चेहरों को भी लपेटे में लेता नजर आ सकता है।

तस्करी के मास्टरमाइंड के बारे में कराई जा रही छानबीनः एएसपी

एएसपी कालू सिंह ने बताया कि पकड़े लोगों का कनेक्शन किन बड़े तस्करों से है और इस तस्करी में कौन-कौन लिप्त हैं, इसकी जांच कराई जा रही है। गिरोह का संचालन किनके द्वारा कराया जा रहा है, इसका भी चिन्हीकरण कराया जा रहा है।

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