Sonbhadra: फर्जी कागजात से कराया लाखों का भुगतान, वन विभाग के पत्र से मचा हड़कंप

Sonbhadra News: राख ढुलाई में फर्जी कागजातों के जरिए कई चक्कर की राख ढुलाई दिखा, लाखों का भुगतान लिए जाने का कथित मामला प्रकाश में आया है।

Update:2024-06-26 19:31 IST

Symbolic Image (Pic: Social Media) 

Sonbhadra News: एनटीपीसी सिंगरौली से जुड़े राख बांध से होने वाली राख ढुलाई में फर्जी कागजातों के जरिए कई चक्कर की राख ढुलाई दिखा, लाखों का भुगतान लिए जाने का कथित मामला प्रकाश में आया है। नवंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच ट्रांसपोर्टरों और राख ढुलाई की निगरानी करने वाले अधिकारियों की मिलीभगत से बडा खेल खेले जाने की चर्चा बनी हुई है। इसको लेकर मिली शिकायतों और वन विभाग के भी शुल्क से जुड़ी रसीदों के जरिए भुगतान का मामला संज्ञान में आने के बाद, वन विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू हो गई है।

मामले में एक पत्र जारी कर एनटीपीसी रिहंद के एजीएम ईएमजी से संबंधित अवधि से जुड़े भुगतान बिलों में संलग्न वन राजस्व से जुडी पर्ची की प्रति सत्यापन/मिलान के लिए उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है ताकि इस फर्जीवाड़े में शामिल लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई की जा सके।

नवंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच खेला गया फर्जीवाड़े का खेल

बताते हैं कि एनटीपीसी रिहंद के राख बांध से नवंबर 2023 से मार्च 2024 के बीच झारखंड के गढ़वा और डाल्टेनगंज के लिए बडी मात्रा में राख की ढुलाई की जा रही है। चर्चा है कि इस दौरान ट्रांसपोर्टरों और एनटीपीसी रिहंद से जुड़े संबंधित अफसरों की मिलीभगत से महज कागज पर ही कई वाहनों की ढुलाई दिखा दी गई। आरोप लगाए जा रहे हैं कि भुगतान के लिए अन्य कागजातों के लिए वन विभाग के सिरसोती, बीजपुर स्थित वन राजस्व संग्रहण केंद्र की भी फर्जी पर्चियां लगाकर भुगतान ले लिया गया।

पिछले दिनों जब इस बात की जानकारी/चर्चा वन विभाग के अफसरों तक पहुंची तो वन महकमे में हड़कंप की स्थिति बन गई। सूत्रों की मानें तो डीएफओ रेणुकूट की तरफ से इसको लेकर मातहतों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। बताते हैं कि इसके क्रम में गत 21 जून को क्षेत्रीय वन अधिकारी जरहां रेंज कार्यालय से एनटीपीसी रिहंद के एजीएम ईएफजी को एक पत्र जारी किया गया।

सत्यापन के लिए वन विभाग से जुड़ी सभी पर्चियां की गई तलब

इसमें कहा गया है कि राख ढुलाई से जुड़ी फर्मों द्वारा वन राजस्व संक्रहण केंद्र सिरसोती, बीजपुर की फर्जी रसीद/पर्ची लगाकर, राजस्व को भारी क्षति पहुंचाई गई है। अपेक्षा की गई है कि नवंबर 2023 से मार्च 2024 तक बीजपुर से गढ़वा और डाल्टेनगंज के लिए राख ढुलाई बिलों के साथ वन राजस्व संग्रहण केंद्र सिरसोती, बीजपुर की जो भी रसीद/पर्ची संलग्न की गई है, उसे सत्यापन के लिए जरहा रेंज कार्यालय को उपलब्ध कराया जाए। ताकि वन विभाग की ओर से उसका सत्यापन कर, फर्जीवाड़ा करने वालों को चिन्हित करते हुए, कार्रवाई की जा सके।

इस मामले में जानकारी के लिए एनटीपीसी रिहंद के एजीएम से सेलफोन के जरिए कई बार संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन हर बार नंबर व्यस्त होने का उत्तर मिलता रहा। बता दें कि इससे पहले, एनटीपीसी सिंगरौली से जुडे राख बांध से भी इस तरह लाखों का घपला किए जाने का मामला सामने आया था। एनटीपीसी मुख्यालय से जांच के लिए टीम भी आई थी लेकिन बाद में मामला ठंडा पड़ गया। अब बीजपुर में भी उसी तरह का मामला सामने आया है। यहां भी कार्रवाई होती है या मामला ठंडा पड़ जाता है, इसकी चर्चा बनी हुई हैै।

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