Sonbhadra News: गुजर गए तीन साल, विधायक निधि से नहीं लग पाया ट्रांसफार्मर-पोल, धनराशि की जा चुकी है अवमुक्त, तलब की गई जानकारी:

Sonbhadra News: नगवा ब्लाक के पटवध गांव में ट्रांसफार्मर और पोल की स्थापना के लिए जिला ग्राम्य विकास अभिकरण की तरफ से धनराशि भी अवमुक्त की जा चुकी है लेकिन मौके पर न ट्रांसफार्मर है और न ही पोल।;

Update:2025-01-24 18:19 IST

Sonbhadra News (Social Media)

Sonbhadra News: सदर विधानसभा क्षेत्र में विधायक निधि से कराए जाने वाले कार्यों को लेकर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नगवा ब्लाक के पटवध गांव में सार्वजनिक स्थल पर एक ट्रांसफार्मर और एक पोल की स्थापना के लिए जिला ग्राम्य विकास अभिकरण की तरफ से धनराशि भी अवमुक्त की जा चुकी है लेकिन अब तक न तो मौके पर ट्रांसफार्मर का पता चल पाया है और न ही पोल की मौजूदगी दिख पाई है। शुक्रवार को प्रकरण सामने आया तो इस मामले को जानने वाला हर शख्स एकबारगी चौंक उठा। अब इस मामले में एसी और एक्सईएन की तरफ से संबंधित एसडीओ-जेई से जानकारी तलब की गई है।

नवंबर 2021 में विधायक ने भेजा था कार्य का मसौदा:

योगी सरकार के साथ ही, अपनी पहली पारी में विधायक भूपेश चौबे की तरफ से 23 नवंबर 2021 को 2021 को मुख्य विकास अधिकारी को पत्र भेजकर नगवां ब्लाक के पटवध गांव में उमेश के खेत के पास सार्वजनिक स्थल पर 10 केवी का ट्रांसफार्मर और एक पोल का कार्य विधायक निधि से कराए जाने की संस्तुति दी थी। संबंधित कार्य के लिए अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड राबटर्सगंज को धनराशि अवमुक्त करने की संस्तुति के साथ ही कार्य का आगठन संबंधित संस्था से मंगाकर सूचित करने के लिए कहा गया था।


जनवरी 2022 में ई-पेमेंट के जरिए भेज दी गई धनराशि:

इसके क्रम में आगणन मंगाते हुए, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण की तरफ से सात जनवरी 2022 को 97,200 (सत्तानबे हजार दो सौ) की एकमुश्त धनराशि ई-पेमेंट के माध्यम से बिजली विभाग को उपलब्ध करा दी गई थी। इसको लेकर एक्सईएन विद्युत को पीडी डीआरडीए की तरफ से भेजे गए पत्र की प्रति, वरिष्ठ कोषाधिकारी और विधायक भूपेश चौबे को उपलब्ध भी कराई गई थी।

दूसरी पारी के भी गुजर गए डेढ़ साल, पर नहीं ली गई सुध:

वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भूपेश चौबे दोबारा विधायक निर्वाचित हुए। दूसरी पारी के भी डेढ़ साल से अधिक समय गुजर गया। बावजूद जैसा कि ग्रामीणों का दावा है कि अब तक न तो संबंधित स्थल पर कोई ट्रांसफार्मर लगा न ही मौके पर किसी विद्युत पोल की मौजूदगी नजर आई। हैरत में डालने वाली बात यह है कि खेल महाकुंभ जैसे आयोजन से पूरे प्रदेश में खेल प्रतियोगिताओं के लिए एक नजीर देने वाले विधायक की भी नजर, इस पर नहीं जा पाई। धनराशि अवमुक्त होने के तीन साल बाद भी मौके पर ट्रांसफार्मर और पोल स्थापना का कार्य न कराने जाने की जानकारी, शुक्रवार को जब बिजली महकमे के अफसरों को दी गई तो वह भी हैरत में पड़ गए। बताया जा रहा है कि इसको लेकर एसी की तरफ से पूरी जानकारी तलब कर ली गई है। वहीं, एक्सईएन अनिल कुमार सिंह ने फोन पर बताया कि ऐसा क्यूं हुआ, इसकी जानकारी ली जा रही है।

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