Sonbhadra News: घोरावल में बही सत्ता विरोधी बयार, भाजपा के बागी ने लिखी बसपा की जीत की पटकथा, सूरज बने अध्यक्ष

Sonbhadra News: भाजपा के ही बागी उम्मीदवार ने यहां बसपा के जीत की पटकथा लिख दी। सूरज श्रीवास्तव के जीत के साथ ही, बसपा ने घोरावल नगर पंचायत में पहली बार जीत दर्ज कराकर एक नया इतिहास रच दिया। भाजपा से हुए कांटे के संघर्ष में बसपा को यहां 314 मतों से विजय हासिल हुई।

Update:2023-05-13 23:17 IST
UP Nikay Chunav 2023

Sonbhadra News: आखिरकार भाजपा का घोरावल नगर पंचायत में सत्ता विरोधी बयार बहने का मिथक तोड़ने का प्लान कामयाब नहीं हो पाया। भाजपा के ही बागी उम्मीदवार ने यहां बसपा के जीत की पटकथा लिख दी। सूरज श्रीवास्तव के जीत के साथ ही, बसपा ने घोरावल नगर पंचायत में पहली बार जीत दर्ज कराकर एक नया इतिहास रच दिया। भाजपा से हुए कांटे के संघर्ष में बसपा को यहां 314 मतों से विजय हासिल हुई।

बताते चलें कि यहां भाजपा से निवर्तमान चेयरमैन राजेश कुमार को टिकट दिया गया था। उन्होंने पिछले नगर पंचायत चुनाव में भाजपा को हराकर बतौर निर्दलीय जीत हासिल की थी। इससे नाराज होकर, पिछले चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे राकेश कुमार ने बागी उम्मीदवार के रूप में चुनावी ताल ठोंक रखी थी। बसपा ने यहां पूर्व में सपा के टिकट पर चेयरमैन रहे चुके शिवब्रत लाल श्रीवास्तव को चुनावी मैदान में उतारा था। वहीं सपा ने रमेशचंद्र यादव को टिकट दिया था। शुरू से यहां लड़ाई त्रिकोणीय मानी जा रही थी। विशेषकर भाजपा के बागी उम्मीदवार को, भाजपा के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा था। साथ ही यहां अब तक के चुनावों में सत्ता विरोधी बयार होने को लेकर भी अटकलें जताई जा रही थीं। आखिरकार लोगों की आशंकाएं सच साबित हुई और भाजपा के बागी उम्मीदवार ने ही, भाजपा के हार की पटकथा लिख दी और बसपा के सूरज श्रीवास्तव ने भाजपा के साथ हुए कांटे के संघर्ष में 314 मतों से जीत हासिल कर ली।

यह रहा घोरावल नगर पंचायत का परिणाम

अध्यक्ष पद के लिए हुए कांटे के संघर्ष में बसपा के सूरज श्रीवास्तव ने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के राजेश कुमार को 314 मतों से हराया। यहां सूरज श्रीवास्तव को 1522, राजेश कुमार को 1208, भाजपा के बागी उम्मीदवार राकेश कुमार को 1181, सपा के रमेश चंद्र पांडेय को 597, कांग्रेस के जयप्रकाश को 257, आम आदमी पार्टी के इंद्रावती को आठ मत प्राप्त हुए। 180 मतों को निरस्त किया गया। यहां नोटा पर महज तीन मत पड़े पाए गए।

घोरावल नगर पंचायत में कुछ यह रहा है जीत का इतिहास

टाउन एरिया से नगर पंचायत का दर्जा हासिल करने वाली घोरावल नगर पंचायत में पहला चुनाव वर्ष 1995 में हुआ। इस दौरान चेयरमैन पद पर भाजपा के गोविंद दास उमर को जीत मिली। उन्होंने सपा के शिवब्रत लाल श्रीवास्तव को हराया। वर्ष 2000 में जब भाजपा की सरकार थी, तब पिछले बार के चुनाव में हारे उम्मीदवार शिवब्रत लाल श्रीवास्तव की पत्नी उर्मिला देवी ने भाजपा नेता राकेश कुमार उमर की मां राधा देवी उमर को पराजित कर घोरावल नगर पंचायत की पहली महिला अध्यक्ष होने का गौरव हासिल किया। वर्ष 2006 में जब सपा की सरकार थी, तब यहां भाजपा के राकेश कुमार उमर ने सपा के शिवब्रत लाल श्रीवास्तव को हराकर चेयरमैन पद पर कब्जा जमाया। वर्ष 2012 के चुनाव में संजय जायसवाल को जीत मिली। उन्होंने सपा उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की। वर्ष 2017 के निकाय चुनाव के समय, जब सूबे में भाजपा की प्रचंड बहुमत वाली सरकार थी, तब यहां जीत निर्दल उम्मीदवार राजेश कुमार उमर के नाम रही। इस बार राजेश भाजपा के उम्मीद थे लेकिन जीत बसपा के सूरज श्रीवास्तव को नसीब हुई।

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