Sonbhadra News: टाटा-जम्मूतवी एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त करने की कोशिश, लोको पायलट की सूझबूझ से टला हादसा

Sonbhadra News: स्टेशन अधीक्षक दुद्धी नगर एनके सिन्हा और महुअरिया स्टेशन अधीक्षक अरुण पांडेय के जरिए मिली जानकारी के मुताबिक कि टाटा जम्मूतवी एक्सप्रेस दुद्धी नगर स्टेशन से 12.37 बजे आगे बढ़ी।

Update:2024-08-10 20:18 IST

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Sonbhadra News: जिले के दुद्धी और महुअरिया रेलवे स्टेशन के बीच झारखंड के टाटानगर से चलकर जम्मूतवी के लिए जाने वाली मूरी एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त किए जाने की कथित कोशिश का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है शुक्रवार की रात किसी समय अराजक तत्वों ने रेलवे पटरी पर स्लीपर रख दिया। संयोग ही था कि वहां से गुजरी रही टाटा-जम्मूतवी एक्सप्रेस के ड्राइवर की नजर अचानक से उस पर पड़ गई और उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक लिया। चालक के सूझ-बूझ से जहां बड़ा हादसा टल गया। वहीं, रेलवे प्रशासन में इसको लेकर देर तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही। आरपीएफ के साथ ही, जीआरपी, रेलवे की विजिलेंस और सिविल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार की आधी रात के बाद टाटा जम्मूतवी एक्सप्रेस डाउन 18310 जैसे ही दुद्धी नगर रेलवे स्टेशन से होते हुए महुअरिया रेलवे स्टेशन से पहले स्थित धनौरा गांव से गुजरी रेलवे लाइन पर पोल संख्या 76/06 के करीब पहुंची, उसी समय लोको पायलट की नजर रेलवे पटरी पर, रेलवे ट्रैक के नीचे लगने वाले स्लीपर पर पड़ी तो उसके होश उड़ गए। लोको पायलट ने तत्काल सूझ-बूझ का परिचय दिखाते हुए इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बड़ा हादसा टाल दिया। उधर, इस वाकए की जानकारी जैसे ही रेलवे प्रशासन के लोगों को लगी हड़कंप मच गया। रेलवे के अधिकारी और आरपीएफ के साथ ही जीआरपी और सिविल पुलिस के लोग मौके पर पहुंच गए। घटनास्थल की जांच-पड़ताल के साथ ही, आगे की भी स्थिति जांची गई। आगे सब कुछ सामान्य मिला, तब आधे घंटे बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना की गई।

पांच से छह की संख्या में बताए जा रहे अराजकतत्व

स्टेशन अधीक्षक दुद्धी नगर एनके सिन्हा और महुअरिया स्टेशन अधीक्षक अरुण पांडेय के जरिए मिली जानकारी के मुताबिक कि टाटा जम्मूतवी एक्सप्रेस दुद्धी नगर स्टेशन से 12.37 बजे आगे बढ़ी। वहां से लगभग तीन किमी दूर धनौरा गांव पहुंची, जहां रेलवे लाइन पर स्लीपर रखा गया था। संयोग ही था लोको पायलट की नजर उस पर पड़ गई और बड़ा हादसा बचा लिया गया। इसके चलते लगभग आधे घंटे तक टाटा जम्मूतवी एक्सप्रेस घटनास्थल पर खड़ी रही। बताया जा रहा है कि मौके पर पांच से छह की संख्या में अराजक तत्व मौजूद थे। रेलवे ट्रैक के किनारे दस स्लीपर रखा हुआ था। उसी में से एक को उठाकर रेलवे पटरी पर रख दिया गया था।

इमरजेंसी ब्रेक के बाद भी 100 मीटर तक घसीटता गया स्लीपर

स्थिति कितनी गंभीर थी, इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इमरजेंसी ब्रेक लगाए जाने के बावजूद स्लीपर जम्मूतवी एक्सप्रेस के पहियों के नीचे आ गया और करीब सौ मीटर घसीटने के बाद दो भागों में बंट गया। की जा रही जांच के बारे में जानकारी के लिए आरपीएफ इंस्पेक्टर अखिलेश सिंह से फोन पर संपर्क साधा गया लेकिन वह उपलब्ध नहीं हुए।

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