Sonbhadra News: हाईवे पर दर्दनाक हादसा, दर्जनों फीट गहरी खाई में गिरे डीसीएम ट्रक के उड़े परखच्चे, चालक की मौत
Sonbhadra News: मारकुंडी घाटी में रविवार को एक भीषण हादसा हो गया।
Sonbhadra News: चोपन थाना क्षेत्र के मारकुंडी घाटी में रविवार को हुए दर्दनाक हादसे में चालक की मौत हो गई। मारकुंडी घाटी के तीसरे मोड़ पर वाराणसी से किराने की माल लेकर रेणुकूट की तरफ जा रहे डीसीएम ट्रक के दर्जनों फीट गहरी खाई में गिरने से जहां परखच्चे उड़ गए। वहीं चालक की मौके पर ही दबकर मौत हो गई। रास्ते से गुजर रहे लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। घटना की सूचना चालक के मिर्जापुर स्थित घर भिजवाई गई है।
बताते हैं कि मिर्जापुर निवासी खलील अहमद 55 वर्ष रविवार की सुबह वाराणसी से डीसीएम ट्रक पर किराने का सामान लाद कर रेणुकूट की तरफ जा रहा था। वह राबटर्सगंज होते हुए, जैसे ही मारकुंडी घाटी के तीसरे मोड़ पर पहुंचा, डीसीएम अनियंत्रित हो गई। कुछ कर पाता इससे पहले डीसीएम दर्जनों फीट गहरी खाई में जा गिरी। मारकुंडी पहाड़ी स्थित खाई में ऊंचाई से गिरने के कारण जहां डीसीएम के परखच्चे उड़ गए। वहीं चालक खलील केबिन के मलबे में फंस गया। हादसे से जहां मौके पर अफरातफरी की स्थिति बन गई। वहीं तत्काल मामले की जानकारी चोपन पुलिस को दी गई। ओके पर पहुंची पुलिस ने केबिन के मलबे में दबे चालक को बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
घटना को लेकर की जा रही आवश्यक कार्रवाई क्षेत्राधिकारी
घटना की जानकारी अधिकारियों को देने के साथ ही पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंची। साथ ही मृतक के शिनाख्त की प्रक्रिया पूरी करने के बाद घटना की जानकारी उसके परिवार वालों को पहुंचवाई गई। पीएम की कार्रवाई आगे बढ़ाने के लिए मृतक के परिवार वालों का इंतजार किया जा रहा था। क्षेत्राधिकारी नगर डॉ. चारू द्विवेदी ने बताया की घटना चोपन थाना क्षेत्र अंतर्गत मारकुंडी घाटी के तीसरे मोड़ की है। डीसीएम के खाई में गिरने के कारण मिर्जापुर के रहने वाले चालक खलील की मौत हो गई है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटना की जानकारी मृतक के परिवार वालों को भी भेजवाई गई है।
तीसरी मोड़ पर होते रहते हैं हादसे, बावजूद सुरक्षा के जरूरी इंतजाम नदारद
वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग स्थित मारकुंडी घाटी का तीसरा मोड़ लंबे समय से, सुरक्षा को लेकर जरूरी उपाय न अपनाने के कारण बड़े हादसे का कारण बना हुआ है । यहां कई बार गंभीर हादसे और उसमें लोगों की मौत होने के कारण मजबूत सुरक्षा दीवार की मांग लंबे समय से उठाई जा रही है लेकिन पहले से मौजूद मार्ग को ठीक-ठाक रखकर टोल टैक्स वसूलने में लगी कंपनी को यहां होने वाले हादसे नजर नहीं आते। प्रशासनिक अमले की तरफ से भी अब तक इसको लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा सके हैं। वर्तमान में सरकारी तंत्र यातायात माह मना रहा है। ऐसे समय में हुआ हादसा क्या अब भी यहां मजबूत सुरक्षा दीवार खड़ी करवा पाएगा या फिर ऐसे ही हादसों का सिलसिला चलता रहेगा? इसको लेकर चर्चाएं जारी हैं।