UP Paper Leak: यूपी पुलिस पेपर लीक में चार आरोपी और गिरफ्तार, STF ने नेपाल सीमा से की गिरफ्तारी,
UP Police Constable Paper Leak: बता दें कि यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की परीक्षा पेपर लीक के बाद रद्द कर दी गई है। योगी सरकार परीक्षा रद्द करते हुए 6 माह बाद दोबार पेपर कराने का निर्देश दिये हैं।
UP Police Constable Exam 2024: उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती पेपर लीक मामलें की जांच योगी सरकार ने एसटीएफ को सौंपी है। एसटीएफ लगातार कार्रवाई करते हुए पेपर लीक में संलिप्त लोगों को गिरफ्तार कर रही है। एसटीएफ ने फिर चार लोगों को पेपर लीक के मामले में गिरफ्तार किया है। इसमें तीन आरोपित देवरिया जिले के हैं, जबकि अन्य एक पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले का है। यह गिरफ्तारी इटावा पुलिस, एसओजी, सर्विलांस सेल और एसटीएफ गोरखपुर ने संयुक्त टीम ने की है। आरोपितों के पास टीम को यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा से जुड़ी कुछ सामग्री प्राप्त हुई है। इसमें प्रवेश प्रत्र से लेकर ब्लैंक चेक, मार्कशीट, लैपटॉप और मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
नेपाल सीमा के पास से हुई गिरफ्तारी
यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की पेपर लीक मामलें की निष्पक्ष जांच हो और इससे जुड़े आरोपियों को जल्दी गिरफ्तारी हो, योगी सरकार पेपर लीक का मामला यूपी एसटीएफ के हाथों सौंपा है। जांच मिलने के बाद से एसटीएफ को लगातार पेपर लीक पर आरोपियों को गिफ्तारी कर रही है। एसपी प्राची सिंह ने इटावा पुलिस, एसओजी, सर्विलांस सेल और एसटीएफ गोरखपुर की संयुक्त टीम गठित पेपर लीक के मामले पर गैंग के सरगना की गिरफ्तारी का निर्देश दिया था, जिसके बाद टीम सक्रिय हुई और बुधवार को संयुक्त टीम ने नेपाल सीमा पर स्थित कोटिया बाजार एसएसबी कैंप रोड से चार आरोपितों को गिरफ्तार किया।
आरोपितों के पास से मिली अहम चीजें
पूछताछ में पुलिस को पता चला है,पकड़ गए चार आरोपितों में से एक पश्चिम बंगाल के हाबड़ा जिला स्थित जेलिया पाढ़ा करने वाला विट्टू कुमार यादव है, जबकि अन्य तीन देवरिया जिले के मईल क्षेत्र स्थित कैलानी निवासी संजय कुमार गौंड, भटनी थाना स्थित बिंदवलिया गांव निवासी नटराज प्रजापति और सलेमपुर क्षेत्र स्थित धनगड़ निवासी जितेंद्र कुमार भारती हैं। इनके पास टीम को 32 अभ्यर्थियों की मार्कशीट, 14 ब्लैंक चेक, तीन चेक बुक, दो पासबुक और सात स्टाम्प बरादम किए।
जानिए क्या है मामला?
बता दें कि यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की परीक्षा पेपर लीक के बाद रद्द कर दी गई है। योगी सरकार परीक्षा रद्द करते हुए 6 माह बाद दोबार पेपर कराने का निर्देश दिये हैं। पेपर लीक पर अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद सरकार ने परीक्षा को रद्द कर दिया। बीते 17 और 17 फरवरी को प्रदेश भर में पुलिस भर्ती की परीक्षा आयोजित की गई थी। पेपर शुरु होने से पहले और परीक्षा के आखिरी दिनों से पुलिस और यूपीएसटीएफ ने परीक्षा केंद्रों व अन्य जगहों से सैकड़ों की संख्या में साल्वर, अभ्यर्थी और मीडिएटर पकड़े थे। पुलिस भर्ती में 60 हजार पदों पर करीब 50 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किये थे।