बेनी प्रसाद वर्मा ने बदली राहें, मुलायम से हुए थे ऐसे अलग

पुराने समाजवादी नेता रहे बेनी प्रसाद वर्मा का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के साथ लखनऊ में समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी, पर बाद में मुलायम सिंह से मतभेद के कारण वह कांग्रेस में शामिल ही गए और मनमोहन सरकार में मंत्री भी बने। उन्होंने अपना एक राजनीतिक दल भी बनाया था। उनके पुत्र राकेश वर्मा सपा सरकार में मंत्री रह चुके है।

Update: 2020-03-27 15:00 GMT

लखनऊ: पुराने समाजवादी नेता रहे बेनी प्रसाद वर्मा का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने मुलायम सिंह यादव के साथ लखनऊ में समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी, पर बाद में मुलायम सिंह से मतभेद के कारण वह कांग्रेस में शामिल ही गए और मनमोहन सरकार में मंत्री भी बने। उन्होंने अपना एक राजनीतिक दल भी बनाया था। उनके पुत्र राकेश वर्मा सपा सरकार में मंत्री रह चुके है।

समाजवादी नेता बेनी प्रसाद वर्मा का निधन

बेनी प्रसाद वर्मा प्रदेश सरकार में कई विभागों की जिम्मेदारी निभाई। मुलायम सरकार में वह लोक निर्माण मंत्री संसदीय एवं गन्ना मंत्री भी रहे।

बेनी बाबू का पारिवारिक जीवन:

1956 में मालती देवी से विवाह हुआ तथा तीन पुत्र व दो पुत्रियां हैं। प्रारंभिक शिक्षा बाराबंकी से ही पूरी हुई। इसके बाद वे लखनऊ आ गए, जहां लखनऊ विश्‍वविद्यालय से बीए और एलएलबी की पढ़ाई पूरी की।

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ऐसा रहा राजनीतिक जीवन

1992 वह पहली बार गोण्डा से चुनाव जीते थे। 1996 में वे संचार के स्‍वतंत्र राज्‍यमंत्री बने। इसी वर्ष संसदीय कार्य के राज्‍यमंत्री भी बने। 1996 में ही हुए लोकसभा चुनाव में वे फिर जीते।

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1998 में उत्‍तरप्रदेश सपा पार्टी के प्रमुख सदस्‍य बने। इससे पहले वे समाजवादी पार्टी के जनरल सेक्रेटरी थे। 1996 से 1998 तक देवगौड़ा मंत्रिमंडल में केंद्रीय संचार मंत्री के पद पर रहे। 1999 में सपा छोड़ जनता दल में शामिल होकर उसके प्रमुख बने। इसी दौरान वे जनता दल के संसदीय बोर्ड के सदस्‍य बने।

कई विभागों की संभाली जिम्मेदारी

बेनी प्रसाद ने अपने निर्वाचन क्षेत्र से 1998, 1999 और 2004 में पुन: जीत दर्ज की। 2004 में उत्‍तरप्रदेश सरकार में पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट, एक्‍साइज तथा संसदीय बोर्ड के मंत्री बने। 2007 में जनता पार्टी के जनरल सेक्रेटरी बने। 2006 में वे लोकदल के उपनेता बने और 2009 में भारतीय लोकदल के जनरल सेक्रेटरी नियुक्‍त हुए थे।

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यूपी सरकार में रह चुके मंत्रीः

जून 2009 में वे भारतीय क्रांतिदल के जनरल सेक्रेटरी नियुक्‍त हुए और 2011 में उत्‍तरप्रदेश विधानसभा के सदस्‍य बने। कई वर्षों तक वे उत्तरप्रदेश के लिए लोक निर्माण विभाग मंत्री भी रहे।

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