हाय रे ठंड! टूटा 15 साल का रिकार्ड, प्रदेश का सबसे ठंडा जिला बना सुल्तानपुर

प्रदेश में कड़ाके की सर्दी से हर कोई ठिठुर रहा है, लेकिन यहां गिरे पारे ने रिकार्ड तोड़ दिया है। क़रीब 15 साल बाद आज ज़िले का न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री दर्ज हुआ है।  ठंड के चलते शहर की सड़के दिन से लेकर शाम तक खाली दिखाई दे रही है।

Update:2018-01-11 09:52 IST

सुलतानपुर: प्रदेश में कड़ाके की सर्दी से हर कोई ठिठुर रहा है, लेकिन यहां गिरे पारे ने रिकार्ड तोड़ दिया है। क़रीब 15 साल बाद आज ज़िले का न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री दर्ज हुआ है। ठंड के चलते शहर की सड़के दिन से लेकर शाम तक खाली दिखाई दे रही है।

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2002 का टूटा रिकार्ड

आपको बता दें कि आर्चाय नरेन्द्रदेव कृषि विश्व विद्यालय कुमारगंज फैज़ाबाद के मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार जिले का न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री दर्ज हुआ है। बताया जा रहा है के अभी तापमान में आधे डिग्री की और गिरावट आ सकती है। जानकारों की मानें तो जिले में इस बार की ठंड ने वर्ष 2002 का रिकार्ड को तोड़ है।

ट्रेनों पर कोहरे की मार

कोहरे के चलते रेल और सड़क दोनों मार्ग प्रभावित हुए हैं, आलम ये है कि ट्रेने 8 से 10 घण्टे लेट चल रही है। रेल विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक़ अमृतसर-हावड़ा, जम्मूतवी एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस, बेगमपुरा एक्सपे्रेस, सदभावना एक्सपे्रेस, सरजू एक्सप्रेस, मरूधर एक्सप्रेस, सहित करीब दर्जनभर रेलगाड़ियां 8 से 10 घण्टे की देरी से चल रही हैं।

वहीं सड़क मार्ग का और बुरा हाल है। लोग बसों में सफर करने से कतरा रहे हैं। दुर्घटनाओं की सम्भावनाओं से भयभीत बसों से यात्रा करना काफी कम कर दिया है। जिसके चलते रोडवेज को रोज एक लाख सत्तर हजार रूपये के राजस्व का घाटा उठाना पड़ रहा है।

उधर डीएम ने कड़ाके की ठंड को देखते हुए 13 जनवरी तक इंटर तक के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है।

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अलाव के नहीं हैं इंतेज़ाम

जिले का तापमान जहां 1.8 डिग्री दर्ज हुआ है वहीं शहर और प्रमुख बाजारों में अलाव के कोई प्रबंध तक नहीं हैं। लोग ठंड से बचने के लिये कहीं टायर तो कहीं रद्दी कागज लकड़ियां जला रहे हैं।

फ़िलहाल EO (अधिशासी अधिकारी) नगरपालिका दुर्गेश्वर त्रिपाठी का कहना है कि अलाव जलाने की व्यवस्था हर चौराहे पर की गयी है। अब लोग लकड़ी ही उठा ले जा रहे तो क्या किया जाये।

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